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ई-सिगरेट अध्यादेश के प्रावधानों को लागू करवाने के लिए चलेगा विशेष अभियान

Written by  Arvind Kumar -- November 10th 2019 03:45 PM
ई-सिगरेट अध्यादेश के प्रावधानों को लागू करवाने के लिए चलेगा विशेष अभियान

ई-सिगरेट अध्यादेश के प्रावधानों को लागू करवाने के लिए चलेगा विशेष अभियान

चंडीगढ़। हरियाणा पुलिस द्वारा ई-सिगरेट और अन्य सभी प्रकार के इलेक्ट्रॉनिक निकोटीन वितरण प्रणालियों की उपलब्धता और उपयोग पर अंकुश लगाने के लिए राज्य भर में एक विशेष अभियान चलाने का निर्णय लिया गया है। 10 नवंबर से शुरू हुआ यह अभियान 10 दिसंबर तक जारी रहेगा। पुलिस महानिदेशक,मनोज यादव ने यह जानकारी देते हुए बताया कि केंद्र सरकार ने हाल ही में ई-सिगरेट के उत्पादन, निर्माण, आयात, निर्यात, परिवहन, बिक्री, वितरण, भंडारण और विज्ञापन पर पूरी तरह से रोक लगाने के लिए अध्यादेश जारी किया है। डीजीपी ने कहा कि सभी पुलिस आयुक्तों और जिला पुलिस अधीक्षकों को निर्देश दिया गया है कि वे अपने-अपने एरिया में अध्यादेश के प्रावधानों को सख्ती से लागू करवाना सुनिश्चित करें। [caption id="attachment_358419" align="aligncenter" width="700"]dgp ई-सिगरेट अध्यादेश के प्रावधानों को लागू करवाने के लिए चलेगा विशेष अभियान[/caption] एक माह तक चलने वाले विशेष अभियान के अंतर्गत पुलिस अध्यादेश के प्रावधानों के क्रियान्वयन को सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएगी। स्कूलों, कॉलेजों और अन्य शैक्षणिक संस्थानों में इस तरह के प्रतिबंधित उत्पादों के उपयोग को रोकने के लिए अतिरिक्त सतर्कता बरती जाएगी। इसके अतिरिक्त, जिलों में जन जागरण अभियान भी चलाया जाएगा व नियमों की उल्लंघना करने वालों को दंडित भी किया जाएगा। यह भी पढ़ें : ज्यादा दिन जेल से बाहर नहीं रह पाएगी हनीप्रीत? अध्यादेश के अनुसार, ई-सिगरेट, सभी प्रकार के इलेक्ट्रॉनिक निकोटीन वितरण प्रणाली, ई-हुक्का और इस तरह के अन्य उत्पादों को प्रतिबंधित कर अपराध की श्रेणी में रखने का फैसला लिया गया है जिनसे लोगों के स्वास्थ्य को खतरा हो सकता है। यादव ने कहा कि इस संबंध में तलाशी, जब्ती व जांच करने के लिए कम से कम पुलिस सब-इंस्पेक्टर स्तर के अधिकारी को अधिकृत किया गया है। हालांकि, अध्यादेश के अनुसार व्यक्तिगत इस्तेमाल के लिए ई-सिगरेट का होना अपराध की श्रेणी में शामिल नहीं है। [caption id="attachment_358420" align="aligncenter" width="700"]Haryana police 1 ई-सिगरेट अध्यादेश के प्रावधानों को लागू करवाने के लिए चलेगा विशेष अभियान[/caption] अध्यादेश के तहत, ई-सिगरेट का उत्पादन, निर्माण, आयात, निर्यात, परिवहन, बिक्री, वितरण और विज्ञापन एक संज्ञेय अपराध है जिसमें पहनी बार अपराध के मामले में एक वर्ष तक का कारावास या एक लाख रुपये तक का जुर्माना अथवा दोनों, और अगले अपराध के लिए में तीन साल तक कैद और 5 लाख रुपये तक का जुर्माना लगाया जा सकता है। इसके अलावा, ई-सिगरेट के भंडारण के लिए छह माह तक कैद अथवा 50,000 रुपये तक जुर्माना या दोनों दंड दिए जा सकते हैं। यह भी पढ़ें : पुलिस ने पकड़ा फर्जी कॉल सेंटर चलाने वाला अंतर्राज्यीय गिरोह


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