रोहतक/सुरेंद्र सिंह: जिले के मायना गांव के खेतों में गुजरने वाली भालौठ सब ब्रांच नहर (छोटी नहर) टूटने से 150 एकड़ गेंहू की फसल जलमग्न हो गई। इस दौरान नहर के पानी से अपनी फसल बचाने गए किसान की मौत भी हो गई। किसान अपने खेत में नहर टूटने से आए पानी को रोकने के लिए खेत से मिट्टी डाल रहा था, इसी दौरान अचानक वह मुंह के बल गिरा और फिर दोबारा नहीं उठा। आस पास काम कर रहे किसानों ने उसे उठाया, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।
मृतक किसान के शव को पोस्ट मार्टम के लिए पीजीआई रोहतक भेज दिया गया है। वहीं, माइनर के बहाव को प्रशासन ने कई घंटे के बाद रोक दिया। नहर टूटने से गेंहू की फसल खराब होने से किसान मुआवजे की मांग कर रहे है।
गांव मायना निवासी सोनू ने बताया कि शुक्रवार नहर टूटने के कारण खेतों में पानी भर गया था। उसके ताऊ का लड़का करीब 58 वर्षीय भूप सिंह खेत में काम कर रहा था। पानी को रोकने के लिए खेत की बाउंड्री (मेड) पर मिट्टी लगा रहा था। इसी दौरान भूप सिंह मुंह के बल पानी में गिर गया, जहां उसकी मौत हो गई।
किसान सभा के जिला अध्यक्ष प्रीत सिंह ने कहा कि मायना गांव में नहर टूटने के कारण खेतों में पानी भर गया। कुछ समय पहले ही गेहूं की बीजाई की थी। खेतों में काफी नुकसान हुआ है। उन्होंने मांग करते हुए कहा कि नहरी विभाग किसानों को मुआवजा दे, ताकि जो फसल बर्बाद हुई हैं उसके नुकसान की भरपाई हो सके।
गांव मायना के सरपंच प्रवीन ने बताया कि गांव से होकर गुजर रही भालौठ नहर करीब 20-25 फीट तक टूट गई, जिसके कारण करीब 150 एकड़ फसल में पानी भर गया है। हालांकि अभी खेतों का निरीक्षण किया जाएगा, उसके बाद ही साफ होगा कि नुकसान कितना हुआ है।