हरियाणा हारने के बाद प्रदेश अध्यक्ष उदयभान का जाएगा पद! बाबरिया और हुड्डा से भी जवाब तलब-सूत्र
ब्यूरोः जब से हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजे आए हैं, तब से कांग्रेस के भीतर घमासान मचा हुआ है। इसका कारण है पार्टी को चुनाव में मिली करारी हार। हार के बाद पार्टी के भीतर मंथन से लेकर चुनावी प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए नेताओं की चुनाव आयोग से मुलाकात तक हो चुकी है। अब चुनावी हार के बाद कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष चौधरी उदयभान की छुट्टी हो सकती है। सूत्रों के मुताबिक इसे लेकर पार्टी हाईकमान की तरफ से संकेत दिए गए हैं। पार्टी हाईकमान ने इससे आगे बढ़ते हुए प्रदेश प्रभारी दीपक बाबरिया और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा से भी जवाब मांगा है।
सूत्रों की मानें तो हरियाणा में बीजेपी की 10 साल की सत्ता विरोधी लहर और कांग्रेस को लेकर अच्छे माहौल के बाद भी मिली हार को पार्टी की तरफ से गंभीरता से लिया गया है। पार्टी हाईकमान इसके बाद संगठन में बड़े बदलाव भी कर सकती है। अभी हरियाणा कांग्रेस के अध्यक्ष चौधरी उदयभान हैं, जिन्हें हुड्डा का करीबी माना जाता है। इस चुनाव में वो खुद होडल सीट से मैदान में थे, हालांकि वो सीट हार गए।
बीते गुरुवार को दिल्ली में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के आवास पर समीक्षा बैठक हुई थी। पार्टी सूत्रों की तरफ से बताया गया कि राहुल गांधी ने बैठक में कड़ा रुख रखते हुए कहा था कि हरियाणा में हार इसलिए हुई क्योंकि नेताओं ने अपने हित को पार्टी के हित से ऊपर रखा। बैठक के बाद, हरियाणा में हार के कारणों का पता लगाने के लिए फैक्ट फाइंडिंग कमेटी का गठन करने का फैसला लिया गया। कमेटी हरियाणा जाकर नेताओं से चर्चा करेगी और अपनी रिपोर्ट पार्टी हाईकमान को सौंपेगी।
पार्टी को मिली हार के बाद गुरुवार को दिल्ली में कांग्रेस ने समीक्षा बैठक कर नतीजों पर चर्चा की थी। पार्टी सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा था "हमें जानबूझकर 20 सीटों पर हराया गया। बहुत कम अंतर से जीत मिली। हम शुरुआत में आगे चल रहे थे, लेकिन बाद में गिनती धीमी कर दी गई, इससे संदेह पैदा होता है। चुनाव न केवल निष्पक्ष होने चाहिए, बल्कि पारदर्शी भी होने चाहिए। इसलिए, यह जरूरी है कि उन 20 सीटों पर फिर से गिनती हो।"
इससे पहले पार्टी नेता संदीप दीक्षित की तरफ से कहा गया था कि कांग्रेस में गुटबाजी है और यह कोई पहली बार नहीं है। पार्टी और सरकार में पद पाने के लिए थोड़ी बहुत तो खींचतान चलती रहती है। संदीप दीक्षित ने बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि जब भी अंतर कम होता है तो गड़बड़ी सामने आती है।
अशोक गहलोत ने भी मीडिया से बात करते हुए कहा था कि भाजपा खुद कह रही थी कि कांग्रेस जीत रही है। गहलोत ने कहा, "हम इस मामले में गहराई तक जाएंगे, क्योंकि मीडिया हो या एग्जिट पोल कहीं से भी कांग्रेस की हार की खबर नहीं आ रही थी। इसलिए ये परिणाम चौंकाने वाले हैं।"
- PTC NEWS