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Haryana News: रोहतक PGI में डॉक्टर बने ‘भगवान’, मरीज के दिल से निकाला चाकू, नया जीवनदान दिया

पीजीआई रोहतक के कार्डियक सर्जरी के चिकित्सकों ने मौत के मुंह से बचाकर मरीज को नया जीवनदान दिया है। मरीज के परिजनों ने हृदय शल्य चिकित्सा विभाग के डॉ. एस एस लोहचब और डॉ. संदीप की टीम का धन्यवाद व्यक्त किया।

Reported by:  PTC News Desk  Edited by:  Deepak Kumar -- October 22nd 2024 03:07 PM
Haryana News: रोहतक PGI में डॉक्टर बने ‘भगवान’, मरीज के दिल से निकाला चाकू, नया जीवनदान दिया

Haryana News: रोहतक PGI में डॉक्टर बने ‘भगवान’, मरीज के दिल से निकाला चाकू, नया जीवनदान दिया

ब्यूरोः पीजीआई रोहतक के कार्डियक सर्जरी के चिकित्सकों ने मौत के मुंह से बचाकर मरीज को नया जीवनदान दिया है। मरीज के परिजनों ने हृदय शल्य चिकित्सा विभाग के डॉ. एस एस लोहचब और डॉ. संदीप की टीम का धन्यवाद व्यक्त करते हुए कहा कि उन्होंने मौत के मुंह में जा चुके एक मरीज की जान बचाकर बहुत ही नेक कार्य किया है। बता दें गाड़ी ड्राइवर अपने एक ड्राइवर को बचाने की लड़ाई में उसको चाकू मारा था।

जानकारी देते हुए हृदय शल्य चिकित्सा विभाग अध्यक्ष डॉ संदीप सिंह ने बताया कि 16 अक्टूबर की रात सोनीपत जिले के नाथुवास  गांव में रहने वाले 26 वर्षीय युवक को झगड़े के दौरान रात्रि करीब 11:30 बजे किसी ने हृदय में चाकू मार दिया। चाकू छाती में फस गया और उसका हैंडल टूट कर अलग हो गया। उन्होंने बताया कि ऐसे में मरीज की गंभीर हालत को देखते हुए उसे अल सुबह करीब 2:00 बजे पीजीआईएमएस के ट्रॉमा सेंटर में लाया गया। जहां पर चिकित्सकों ने मरीज की गंभीर हालत को देखते हुए तुरंत कार्डियक सर्जरी विभाग में सूचना दी। मरीज की गंभीर हालत के बारे में पता चलते ही डॉ पनमेश्वर राथिया और डॉ सौरंकी प्रधान को ट्रामा सेंटर मे मरीज की जांच के लिए भेजा गया। 


रक्तस्राव होने से जा सकती थी मरीज की जान

उन्होंने जब मरीज की जांच की तो पता चला की चाकू हृदय के अंदर पूरी तरह से फंसा हुआ है। ऐसे में उन्होंने इसकी सूचना निर्देशक कम हृदय शल्य चिकित्सा विभाग के सीनियर प्रोफेसर डॉ एसएस लोहचब को दी। मरीज की गंभीर हालत को देखते हुए तुरंत प्रभाव से हृदय शल्य चिकित्सा विभाग के ऑपरेशन थिएटर में पहुंचे और मरीज को ऑपरेशन के लिए कार्डियक सर्जरी ओटी में शिफ्ट करवाया। 

पीजीआई निदेशक डॉ एस एस लोहचब ने बताया कि जब मरीज को ओटी में ले जाकर पता चला कि चाकू चौथे कॉस्टोकॉन्ड्रल जंक्शन से होते हुए दाएं फेफड़े, पेरीकार्डियम से होते हुए दाएं एट्रीयम में घुसा हुआ था। ऐसे में यदि चाकू को सीधा निकाल दिया जाता तो अत्यधिक रक्तस्राव होने के चलते मरीज की जान जा सकती थी। ऐसे में सभी चिकित्सकों ने मिलकर आगामी रणनीति बनाकर ऑपरेशन शुरू किया ताकि मरीज की जान को बचाया जा सके। 

3 से 4 घंटे तक चला जटिल ऑपरेशनः डॉ. SS लोहचब

डॉ. SS लोहचब ने बताया कि मरीज की हृदय के पास वाली झिल्ली को और अधिक खोला गया और चाकू को बाहर निकाल कर राइट साइड चैंबर को रिपेयर किया गया इसके साथ ही फेफड़ों को भी रिपेयर करके चाकू पूरी तरह से बाहर निकाल दिया गया। डॉ लोहचब ने बताया कि करीब 3 से 4 घंटे तक चले इस जटिल ऑपरेशन के बाद उनकी टीम मरीज की जान बचाने में पूरी तरह से सफल रही। अभी मरीज ठीक है और जल्द ही उसे डिस्चार्ज कर दिया जाएगा। वहीं, घायल युवक की मां ने डॉक्टर भगवान है जिन्होंने उसके लड़के की जान बचाई है। मेरे बेटा ने अपने ड्राइवर को बचाने के लिए गया तो उसे चाकू मार दिया था। वह सीने में रह गया था।

- PTC NEWS

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