शिमला: भारी बरसात से हुई तबाही का पढ़ने लगा असर, सड़कें ठप, पानी में बहाया जा रहा सेब
शिमला: हिमाचल में हुई भारी बरसात से तबाही का असर किसानों बागवानों पर दिखने लगा है. प्रदेश में 400 से ज्यादा सड़कें ठप पड़ी है. जिसकी वजह से 5000 करोड़ की सेब आर्थिकी पर संकट खड़ा हो गया है. वहीं प्रशासन से मदद न मिलने पर लोगों ने खुद ही सड़क बनवा दी.
सेब का हुआ नुकसान
खस्ताहाल सड़कों के चलते सेब को मंडियों तक पहुंचना सबसे बड़ी चुनौती है. ऊपरी शिमला से कुछ तस्वीरें सामने आई हैं. जिसमें बागवान सेब को नाले में बहाते हुए नज़र आ रहे हैं. बताया जा रहा है कि रोहडू की चेबड़ी-बलासन पिछले कई दिनों से बंद है और सेब को मंडियों तक नहीं पहुंचाया जा सका और जिसके कारण सेब सड़ गया.
लोगों ने खुद बना दी सड़क
दूसरी वीडियो शिमला के ही जुब्बल के छाजपुर क्षेत्र की आंटी पंचायत की है. जहां 8 जुलाई के बाद से सड़क बन्द पड़ी थी जब किसी ने सड़क बनाने की सुध नहीं ली तो स्थानीय लोगों ने आपस में 8 लाख का चंदा इकट्ठा करके खुद 14 किमी रोड को ठीक कर एक मिसाल पेश की. यही नहीं आंटी पंचायत के लोग दूसरे संपर्क मार्गों को भी ठीक करने में जुटे हैं.
छाजपुर क्षेत्र की ग्राम पंचायत आंटी के प्रधान रविंद्र सिंह रावत ने बताया कि उनकी पंचायत में भी संपर्क मार्ग बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुए हैं और सेब सीजन के शुरू होने के चलते अब स्थानीय लोगों को दिक्कत पेश आने लगी है. ऐसे में पंचायत ने अपने स्तर पर सभी लोगों से बात कर अपनी सड़कों को दुरुस्त करने के लिए चंदा इकट्ठा किया है और क्षेत्र को जोड़ती दो सड़कों 'नालिया-सन्सोग-ट्रेलर' और अंटी-सभाड़-दखड़ानटू का मरम्मत कार्य आरंभ किया गया है. सड़क के लिए देवता कमेटी से भी चंदे में सहयोग मिला है.
स्थानीय लोगों के अनुसार क्षेत्र के दोनों संपर्क मार्गों में जगह-जगह पर बरसात के कारण नुकसान हुआ था. जिससे क्षेत्र का सेब सीजन प्रभावित हो रहा है. ऐसे में लोगों ने खुद की मदद स्वयं करने की सोची और एकजुट होकर अपने इन दोनों संपर्क मार्गों को बहाल करने में लगे हैं.
- PTC NEWS