Himachal: आज SC जाएंगे कांग्रेस के छह बागी विधायक, एडवोकेट अभिषेक मनु सिंघवी से होगा सामना
ब्यूरो: हिमाचल प्रदेश कांग्रेस के छह बागी विधायक आज सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर करेंगे। विधानसभा स्पीकर कुलदीप सिंह पठानिया ने इन्हें एंटी डिफेक्शन लॉ के तहत दोषी मानते हुए बीते 28 फरवरी को अयोग्य घोषित करार दिया था। स्पीकर कुलदीप सिंह पठानिया ने कांग्रेस विधायकों सुधीर शर्मा, राजेंद्र राणा, देवेंद्र भुट्टो, चैतन्य शर्मा, रवि ठाकुर और इंद्र दत्त लखनपाल को एंटी-डिफेक्शन लॉ की प्रावधानों के तहत अयोग्य घोषित करते हुए विधानसभा से उनकी सदस्यता खत्म कर दी थी। ये सभी छह कांग्रेस विधायक तीन अन्य निर्दलीय विधायकों के साथ पंचकूला के होटल ललित में रुके हुए हैं और सीआरपीएफ की प्रोटेक्शन में हैं। भाजपा के दो विधायक विक्रम सिंह ठाकुर और राकेश जमवाल भी इनके साथ हैं। स्पीकर द्वारा अयोग्य घोषित किए जाने के बाद से अब तक उनकी अगली रणनीति स्पष्ट नहीं हो पाई है।
हालांकि स्पीकर के पास चली याचिका में उनकी तरफ से भाजपा के ही सीनियर एडवोकेट सत्यपाल जैन ने पैरवी की थी। अब माना जा रहा है कि सोमवार या मंगलवार को स्पीकर के फैसले को ये चुनौती देंगे। यह चुनौती सुप्रीम कोर्ट में दी गई, तो कांग्रेस के सूत्रों के अनुसार इनका सामना सुप्रीम कोर्ट के सीनियर एडवोकेट अभिषेक मनु सिंघवी से होगा, जिन्हें इन्होंने क्रॉस वोट करके हराया था।
हालांकि, मामला क्रॉस वोटिंग का नहीं है। यह केस विधानसभा के अंदर पार्टी व्हिप की अनुपालना न करने का है। विधानसभा स्पीकर के फैसले के बाद छह विधानसभा क्षेत्र धर्मशाला, सुजानपुर, लाहुल-स्पीति, गगरेट, बड़सर और कुटलैहड़ खाली घोषित किए जा चुके हैं। यदि बागी विधायकों को कोर्ट से स्पीकर के फैसले पर स्टे नहीं मिला, तो इन्हें लोकसभा चुनाव के साथ उपचुनाव लड़ना होगा। हिमाचल में चल रही इस उथल-पुथल के बीच भाजपा की रणनीति क्या है, इसका खुलासा भी कोर्ट में याचिका दायर होते ही हो जाएगा।
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