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दिल्ली की स्थिति में जल्द होगा सुधार, 31 जुलाई तक 5.5 लाख केस नहीं होंगे: अमित शाह

Written by  Arvind Kumar -- June 29th 2020 09:39 AM
दिल्ली की स्थिति में जल्द होगा सुधार, 31 जुलाई तक 5.5 लाख केस नहीं होंगे: अमित शाह

दिल्ली की स्थिति में जल्द होगा सुधार, 31 जुलाई तक 5.5 लाख केस नहीं होंगे: अमित शाह

नई दिल्ली। केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि कोरोना के ख़िलाफ़ मोदी सरकार बहुत अच्छे ढंग से लड रही है और राजधानी दिल्ली में स्थिति नियंत्रण मे है। समाचार एजेंसी एएनआई के साथ साक्षात्कार में अमित शाह ने कहा कि दिल्ली में अभी सामुदायिक संक्रमण की कोई स्थिति नहीं है और घबराने की कोई बात नहीं है। केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि जून के दूसरे सप्ताह में दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने एक बयान दिया था कि दिल्ली में स्थिति खराब है और जुलाई के अंत तक राजधानी दिल्ली मे कोविड संक्रमित व्यक्तियों की संख्या 5.5 लाख हो जायेगी। इससे दिल्ली के लोगों मे भय पैदा हो गया। अमित शाह ने कहा कि आमतौर पर कोविड से यह दिल्ली सरकार की ज़िम्मेदारी है कि वह कोविड से निपटने के लिए ज़रूरी कदम उठाए लेकिन उपमुख्यमंत्री के बयान के बाद भारत सरकार ने समन्वय के लिए काम शुरू किया।  अमित शाह ने कहा कि मामले की गम्भीरता को देखते हुए उन्होंने 14 जून को एक समन्वय बैठक की, ताकि केंद्र सरकार दिल्ली सरकार की मदद कर सके। आज टेस्टिंग ज्यादा होने के कारण संक्रमित की संख्या में इजाफा हो रहा है लेकिन इसके फायदे यह है कि जिन लोगों का टेस्ट हो गया है और जिनकी शिनाख्त कोरोना पॉजिटिव मरीज के रूप में हो गई है उन्हें आइसोलेसन में रखा जायेगा। इससे दूसरे लोगों में कोरोना संक्रमण प्रसारित होने में कमी आएगी। अमित शाह ने कहा कि जहां 14 जून को दिल्ली में 9937 बेड्स उपलब्ध थे वहीं आज 30,000 बेड्स की व्यवस्था हो चुकी है। उन्होंने कहा कि जून माह के शुरूआत दिनों की तुलना में आज हम बहुत बेहतर स्थिति में हैं। केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि दिल्ली के कंटेंटमेंट जोन में घर-घर स्वास्थ्य सर्वे 30 जून तक पूरा हो जाएगा। सेरोलॉजिकल टेस्टिंग शुरू हो गई है और हर घर जाकर सर्वे करने की भी मुहिम चलाई गई है। अमित शाह ने कहा कि दिल्ली सरकार और एमसीडी के सहयोग से कोरोना होने से पहले ही उसको रोकने के प्रयास पर भी जोर दिया जा रहा है। अभी दिल्ली में सामुदायिक संक्रमण की स्थिति नहीं आई है। उन्होंने कही कि अब टेस्ट की संख्या बढ़ रही है लेकिन घबराने की कोई जरूरत नहीं है। दिल्ली सरकार ने राजधानी से बाहर के कोविड मरीजों का दिल्ली के सरकारी अस्पतालों में इलाज नहीं करने की घोषणा भी की थी। दिल्ली देश की राजधानी है और यहाँ विभिन्न राज्यों के लोग आते हैं। बाहरी लोगों का उपचार न होने से विवाद उत्पन्न न हो इसलिए केंद्र सरकार द्वारा इस निर्णय को बदला गया। Home Minister Amit Shah on Corona Cases in Delhiकेन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि हमारे द्वारा लिए गए महत्वपूर्ण निर्णयों में से एक शवों का अंतिम संस्कार करना था। दिल्ली सरकार के साथ हुई बैठकों में लिए गए फैसलों के बाद अस्पतालों में रखे मृतकों के सभी शवों का उनके धर्म के अनुसार दो दिन के भीतर अंतिम संस्कार कर दिया गया और आज कोई पेंडेंसी नहीं है। श्री अमित शाह ने कहा कि कोविड-19 रोगियों के लिए निजी अस्पतालों में उपचार की ऊंची दर दिल्ली के लोगों को काफ़ी परेशान कर रही थीं। केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि उन्होंने बेड्स और इलाज की दरें कम करने का फैसला लिया। इससे लोगों को बहुत राहत मिली है। साथ ही कोविड-19 महामारी से लड़ने के प्रयासों में एनसीसी, एनएसएस, स्काउट्स और ग़ैर सरकारी संगठनों को भी शामिल करने का फैसला किया। अमित शाह ने कहा कि भारत सरकार कोविड महामारी से मुकाबला करने में सफल रही है। वैश्विक परिप्रेक्ष्य में हमारे आंकड़े बहुत अच्छे हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत सरकार, राज्य सरकारों और भारत के लोगों की इस महामारी से लड़ने में महत्वपूर्ण भागीदारी रही है। केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में पूरा देश कोरोना के खिलाफ लड़ाई में साथ खड़ा है और लोग कोरोना वॉरियर्स की हौसला अफजाई कर रहे हैं। अमित शाह ने कहा कि भारत में कोरोना संक्रमण दर प्रति मिलियन 357 है जबकि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर यह आँकड़ा प्रति मिलियन 1250 का है। उन्होंने कहा कि आज कोरोना से रिकवरी रेट 57 प्रतिशत है जबकि मार्च मे यह 7.1 प्रतिशत था। शाह ने कहा इसलिए उन्हें लगता है कि भारत ने विकसित देशों की तुलना में बहुत बेहतर काम किया है। Home Minister Amit Shah on Corona Cases in Delhi अमित शाह ने कहा कि “मैं दिल्ली की जनता से अपील करता हूँ कि कोरोना के लक्षण दिखने पर आप तुरंत नजदीकी टेस्टिंग सेंटर जाकर अपना टेस्ट करवाएं और टेस्ट पॉजिटिव आने पर इंस्टिट्यूशनल क्वेरंटाइन (Institutional quarantine) से घबराएँ नहीं, क्योंकि यह आपकी व आपके परिवार की सुरक्षा के लिए आवश्यक है जिससे उनमे संक्रमण को रोका जा सकता है।” ---PTC NEWS--


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