यूक्रेन संकट में भारतीय वायुसेना की मदद लेगा भारत, आज से c-17 ग्लोबमास्टर विमान भरेंगे उड़ान
Russia Ukraine War: यूक्रेन में फंसे भारतीयों को निकालने के लिए भारत सरकार ने ऑपरेशन गंगा शुरू किया है। इस अभियान के तहत यूक्रेन के पड़ोसी मुल्कों से भारतीय छात्रों को एयरलिफ्ट किया जा रहा है। अब तक ऑपरेशन गंगा के तहत 15 सौ से अधिक लोगों को भारत पहुंचाया जा सका है।
ऑपरेशन गंगा के तहत नौवीं फ्लाइट नई दिल्ली पहुंच गई है। वहीं, मुंबई भी सातवीं फ्लाइट पहुंची है। मुंबई पहुंची फ्लाइट में सवार अधिकतर स्टूडेंट्स चेर्नोविज यूनिवर्सिटी में MBBS की पढ़ाई करने यूक्रेन गए हुए थे। छात्र जैसे ही मुंबई एयरपोर्ट पर पहुंचे तो काफी भावुक करने वाला पल देखने को मिला जब बच्चों की मुलाकात अपने माता-पिता से हुई। बच्चों के सुरक्षित पाकर उनके माता-पिता भी काफी भावुक हो गए।
अभी तक सिर्फ एयर इंडिया ही इस ऑपरेशन गंगा के लिए काम कर रही थी, लेकिन आज एक हाईलेवल मीटिंग में पीएम मोदी ने वायुसेना को ऑपरेशन गंगा में शामिल होने का निर्देश दिया है। वायु सेना के सी-17 ग्लोबट्रांसपोर्ट कार्गो विमानों को ऑपरेशन गंगा में शामिल किया जाएगा। आज से वायुसेना के सी-17 ग्लोब ट्रांसपोर्ट विमान भारतीय छात्रों की वापसी के लिए यूक्रेन के पड़ोसी देशों के लिए उड़ान भरेंगे।
बता दें कि अन्य एयरलाइन कंपनियों की कैप्सिटी इतनी ज्यादा नहीं हैं। वायु सेना का सी-17 विमान एक बार में अन्य विमानों के मुकाबले अधिक लोगों को लेकर उड़ सकता है। वायु सेना के हवाई जहाज़ों के जुड़ने से भारतीयों के लौटने की प्रक्रिया गति पकड़ेगी और उनकी संख्या में भी वृद्धि होगी। इसके साथ ही भारत से भेजी जा रही राहत सामग्री भी और तेजी से पहुंचेगी।
इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाई-लेवल मीटिंग में एक बड़ा फैसला किया था। उन्होंने 4 मंत्रियों को यूक्रेन के पड़ोसी देशों में भेजने का निर्णय किया था। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, हरदीप सिंह पुरी, जनरल वीके सिंह और किरेन रिजिजू यूक्रेन के पड़ोसी देश पहुंचे हुए हैं।
वहीं यूक्रेन ने भारतीय छात्रों के लिए एक एडवाइजरी जारी करते हुए कहा कि वो जल्द से जल्द कीव छोड़ दें। बस ट्रेन या किसी अन्य संसाधनों की मदद से कीव से निकलने की कोशिश करें।