पाकिस्तान के पंजा साहिब में सिख श्रद्धालु की मौत, जहां लिया था जन्म वहीं ली अंतिम सांस
अटारी-वाघा बॉर्डर के रास्ते भारत से पाकिस्तान गए एक सिख श्रद्धालु की दिल का दौरा पड़ने से मौत (Sikh pilgrim dies in Pakistan) हो गई। मृतक की पहचान नशाबर सिंह के रूप में हुई है। मृतक हरियाणा के करनाल जिले के रहने वाले थे। कागजी कार्रवाई पूरी होने के बाद निशाबर सिंह के शव को पाकिस्तान से अटारी बॉर्डर से भारत भेज दिया गया। नशाबर सिंह भारत से 12 अप्रैल को अटारी-वाघा बॉर्डर के रास्ते पाकिस्तान जाने वाले श्रद्धालुओं के जत्थे में शामिल थे। यह जत्था 14 अप्रैल यानि आज तक श्री पंजा साहिब में ही रुका हुआ था। इसके बाद इस जत्थे ने श्री ननकाना साहिब के लिए रवाना होना था। लेकिन श्री पंजा साहिब में निशाबर की तबीयत 13 अप्रैल की सुबह ही खराब हो गई और कुछ मिनटों में ही उन्होंने अंतिम सांस ली। जहां जन्म लिया, वहीं अंतिम सांस ली निशाबर सिंह ने वहीं आखिरी सांस ली, जहां उनका जन्म हुआ था। निशाबर के पासपोर्ट से मिली जानकारी के अनुसार वह 1939 में पाकिस्तान स्थित पंजाब के अमोके में जन्मे थे। लेकिन बंटवारे के बाद वह भारत आ गए और करनाल में परिवार के साथ बस गए, लेकिन अब उनकी अंतिम सांसे भी वहीं उसी जगह निकली, (पाकिस्तान स्थित पंजाब) जहां उनका जन्म हुआ था। गौरतलब है कि बैसाखी के अवसर पर 12 अप्रैल को ही शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की तरफ से श्रद्धालुओं का जत्था पाकिस्तान के लिए रवाना किया गया था। इस जत्थे में कुल 705 श्रद्धालु शामिल थे, जबकि कुल 900 श्रद्धालुओं का वीजा अप्लाई किया गया था।