‘श्रीकृष्ण जन्माष्टमी’ पर दुर्लभ संयोग, आज व्रत करने से तीन जन्मों के पापों से मिलेगी मुक्ति!
नई दिल्ली। देशभर में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी (Krishna Janmashtami 2021) की धूम है। इस वर्ष जन्माष्टमी कई विशेष और दुर्लभ संयोगों में मनाई जा रही है। इस बार कृष्ण जन्माष्टमी पर जयंती योग है। यह अद्भुत संयोग 101 साल बाद बन रहा है। वहीं 75 साल बाद जन्माष्टमी पर सर्वपापहारी योग भी बन रहा है।
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इसके साथ ही इस बार का व्रत तीन जन्मों के पाप से मुक्त करने वाला होगा, क्योंकि 75 साल बाद ऐसा दुर्लभ सर्वपापहारी योग बन रहा है, इसके बाद वर्ष 2040 में यह संयोग बनेगा। इस संयोग में जन्माष्टमी व्रत करने से तीन जन्मों के जाने-अनजाने में हुए पापों से मनुष्य को मुक्ति मिलती है।
मंदिरों में 30 अगस्त को भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव मनाया जाएगा। इस दौरान ग्रह-नक्षत्रों की स्थिति वैसी ही बन रही है, जैसी कि हजारों वर्ष पूर्व द्वापर में भगवान कृष्ण के जन्म के समय बनी थी। भगवान कृष्ण के जन्म के समय सूर्य, चंद्रमा, मंगल, शनि, राहु एवं केतु कुंडली के केंद्रीय भाव में रहेंगे। वहीं बुध, गुरु एवं शुक्र मिलकर त्रिकोण योग बनाएंगे।
श्रीमद्भागवत पुराण के अनुसार भगवान श्रीकृष्ण का जन्म भाद्र कृष्ण अष्टमी तिथि, सोमवार रोहिणी नक्षत्र एवं वृष राशि में मध्य रात्रि में हुआ था। इसलिए प्रत्येक वर्ष भाद्र कृष्ण अष्टमी तिथि को श्रद्धालु जन्माष्टमी मनाते हैं।