LOOK BACK 2021: इस साल इन नेताओं ने दिए ये विवादित बयान, मर्यादा की लांघी हदें
LOOK BACK 2021: साल 2021 राजनीतिक तौर पर काफी सरगर्मी वाला रहा। नेता रोजाना रैलियों, जनसभाओं और कैमरे के सामने बयान देते रहते हैं, लेकिन कई बार कुछ नेताओं की जुबान बेलगाम हो जाती है। इस साल भी कई नेताओं ने बोलते समय न मर्यादा का ख्याल रखा और न ही सोचा कि उनके इस बयान का क्या असर होगा। विवादित बयान देने में किसी भी दल के नेता पीछे नहीं रहे। आइए जानते हैं साल के ऐसे ही सबसे विवादित बयानों के बारें में। रमेश कुमार भद्रावले: कर्नाटक विधानसभा के पूर्व स्पीकर और कांग्रेस विधायक रमेश कुमार भद्रावले (KR Ramesh Kumar) ने विधानसभा में महिलाओं पर शर्मनाक बयान दिया। रमेश कुमार ने सदन में चर्चा के दौरान स्पीकर से कहा कि जब बलात्कार होना ही है, तो लेट जाओ और उसका मजा लो। इससे भी ज्यादा शर्म की बात यह है कि जब रमेश कुमार यह बोल रहे थे तब स्पीकर भी कार्रवाई के बजाय हंसते नजर आए। इस बयान पर काफी बबाल हुआ था। इसके बाद रमेश कुमार ने अपने बयान पर माफी मांग ली थी। [caption id="attachment_560349" align="alignnone" width="300"] रमेश कुमार (फाइल फोटो)[/caption] शफीकुर्रहमान बर्क/एसटी हसन: लड़कियों की उम्र 18 से बढ़ाकर 21 साल करने के फैसले पर समाजवादी पार्टी के सांसद शफीकुर्रहमान बर्क ने कहा है कि लड़कियों की शादी की उम्र सीमा बढ़ाने से वो और ज्यादा आवारगी करेंगी। वहीं, सपा के एक और सांसद एसटी हसन ने केंद्र के प्रस्ताव का विरोध करते हुए अजीबोगरीब दलीलें दीं। हसन ने कहा कि जब लड़कियां बच्चे पैदा करने लायक हो जाएं तो उनकी शादी कर देनी चाहिए। अपने तर्कों में उन्होंने यह भी कह डाला कि उम्र बढ़ने पर बच्चे पोर्न फिल्में देखने लगते हैं और उनमें अनुशासनहीनता बढ़ जाती है। [caption id="attachment_560353" align="alignnone" width="300"] शफीकुर्रहमान बर्क (फाइल फोटो)[/caption] राशिद अल्वी: 12 नवंबर को उत्तर-प्रदेश के संभल पहुंचे कांग्रेस नेता राशिद अल्वी (Raashid Alvi) ने हिंदुओं को लेकर ऐसा विवादित बयान दिया जिससे सियासी माहौल गरम हो गया। राशिद अल्वी ने जय श्रीराम बोलने वालों को राक्षस कहा है। उन्होंने कहा है कि जय श्रीराम बोलने वाले मुनि नहीं है। वह रामायण के उस कालनेमि राक्षस के समान हैं, जिसने हनुमान का रास्ता रोकने के लिए राम नाम का जाप किया था। ये बातें उन्होंने कल्कि महोत्सव के दौरान संभल में आयोजित कार्यक्रम के मंच से कही। [caption id="attachment_560354" align="alignnone" width="300"] राशिद अल्वी (फाइल फोटो)[/caption] राजेंद्र सिंह गुढ़ा: राजन सरकार में मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा 26 नवंबर को झुंझुनूं के पौंख गांव में पहुंचे थे। इसी दौरान सड़कों को लेकर जिक्र हुआ। इस पर मंत्री ने वहां जनसभा मौजूद लोगों से कहा कि सड़के कैटरीना कैफ के गाल जैसी बननी चाहिए। उन्होंने कार्यक्रम के दौरान अधिकारियों से कहा था कि हेमा मालिनी (Hema Malini) अब बूढ़ी हो गई हैं। अब तो कटरीना कैफ (Katrina Kaif) के गालों जैसी सड़कें बननी चाहिए। इस बयान पर सीएम ने गंभीर आपत्ति जताया था। [caption id="attachment_560355" align="alignnone" width="300"] राजेंद्र सिंह गुढ़ा (फाइल फोटो)[/caption] तेज प्रताप: बिहार में जेडीयू के नेता तेज प्रताप विवादित बयानों के लिए जानें जाते हैं। बिहार के सीएम नीतीश कुमार हों या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दोनों के ऊपर ये विवादित बयानों की तीर चला रहते हैं। तेज प्रताप ने लालू यादव की सुरक्षा वापस लेने पर केंद्र सरकार समेत नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा था कि नरेंद्र मोदी का खाल उधड़वा लेंगे। इस दौरान तेजप्रताप प्रधानमंत्री पद की गरिमा भूल गए थे। [caption id="attachment_560356" align="alignnone" width="300"] तेज प्रताप (फाइल फोटो)[/caption] अखिलेश यादव: यूपी विधानसभा चुनाव (UP Election 2022) से पहले जिन्ना के बयान को लेकर सपा प्रमुख अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) चर्चित रहे। अखिलेश ने जिन्ना की तुलना सरदार पटेल से कर दी थी। अखिलेश ने कहा कि सरदार वल्लभ भाई पटेल, महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू और मोहम्मद अली जिन्ना ने एक ही संस्थान से पढ़ाई की और बैरिस्टर बने और उन्होंने आजादी दिलाई। अखिलेश ने आगे कहा था कि उन्हें आजादी के लिए किसी भी तरीके से संघर्ष करना पड़ा होगा तो पीछे नहीं हटे। [caption id="attachment_560357" align="alignnone" width="300"] अखिलेश यादव (फाइल फोटो)[/caption] गुलाबराव पाटिल: महाराष्ट्र के मंत्री और शिवसेना नेता गुलाबराव पाटिल ने बोधवाड़ नगर पंचायत चुनाव के दौरान एक चुनावी बैठक को संबोधित करते हुए एक विवादित बयान दिया था। इसी दौरान उन्होंने अपने विरोधियों पर निशाना साधते हुए कहा था कि जो 30 सालों तक विधायक रहे, उन्हें मेरे विधानसभा क्षेत्र में आकर सड़कों को देखना चाहिए। अगर ये हेमा मालिनी के गाल जैसी नहीं हैं तो मैं इस्तीफा दे दूंगा।’ [caption id="attachment_560358" align="alignnone" width="300"] गुलाबराव पाटिल (फाइल फोटो)[/caption]