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-50°C तापमान वाले सियाचिन में हिमाचल का जवान शहीद, सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई

Written by  Arvind Kumar -- January 01st 2020 11:46 AM
-50°C तापमान वाले सियाचिन में हिमाचल का जवान शहीद, सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई

-50°C तापमान वाले सियाचिन में हिमाचल का जवान शहीद, सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई

हमीरपुर। जिला मुख्यालय के साथ लगते दुलेड़ा गांव के निवासी वरुण कुमार शर्मा का मंगलवार को सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार कर दिया गया। वरुण की बीती 20 दिसंबर को सियाचिन ग्लेशियर पर तबीयत बिगड़ गई थी। जानकारी के मुताबिक उन्हें अचानक सिर दर्द हुआ और खून की उल्टी भी हो गई। [caption id="attachment_375029" align="aligncenter" width="700"]martyred varun kumar sharma cremation with Military honor at native place hi -50°C तापमान वाले सियाचिन में हिमाचल का जवान शहीद, सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई[/caption] मौसम खराब होने के चलते वहां पर हेलीकॉप्टर नहीं आ सका और वरुण को ईलाज के लिए लेह से बाई रोड ही लद्दाख तक लाना पड़ा। 20 दिसंबर शाम को उनका ऑपरेशन हुआ। इसके बाद उन्हें कमांड अस्पताल चंडीमंदिर शिफ्ट कर दिया गया था लेकिन यहां बीते रविवार को दोपहर बाद 3.41 बजे वरुण ने दम तोड़ दिया। [caption id="attachment_375026" align="aligncenter" width="700"]martyred varun kumar sharma cremation with Military honor at native place hi -50°C तापमान वाले सियाचिन में हिमाचल का जवान शहीद, सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई[/caption] वरुण अपने पीछे पत्नी, सात साल और तीन साल के बेटे, माता-पिता को छोड़ गया है। वरुण की मौत की खबर सुनकर परिवार व क्षेत्र में मातम का माहौल है। सियाचिन ग्लेशियर में देश की रक्षा को तैनात जिला का सपूत ठंड में ब्रेन स्ट्रोक होने के कारण शहीद हो गया था। दस दिन तक अस्पताल में रहने के बाद रविवार को सपूत ने कमांड अस्पताल चंडीमंदिर में दम तोड़ दिया था। [caption id="attachment_375028" align="aligncenter" width="700"]martyred varun kumar sharma cremation with Military honor at native place hi -50°C तापमान वाले सियाचिन में हिमाचल का जवान शहीद, सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई[/caption] मंगलवार को शहीद का पार्थिव देह पैतृक गांव लाया गया। शहीद वरुण कुमार के गृह जिला हमीरपुर में सैन्य समान के साथ उन्हें अंतिम विदाई दी गई। परिजनों ने साशन और प्रसाशन के प्रति रोष वक्त करते हुए कहा कि शहीद हुए 3 दिन हो गए पर कोई भी प्रसाशनिक अधिकारी व् सरकार से कोई भी मिलने नहीं पहुंचा। यह भी पढ़ेंदुखद: वृद्ध महिला की अधूरी रह गई आखिरी इच्छा, बस के इंतजार में खड़ी थी टायर के नीचे आ गई ---PTC News----


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