माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्या नडेला के बेटे का 26 की उम्र में निधन, बचपन से सेरेब्रल पाल्सी से थे पीड़ित
माइक्रोसॉफ्ट के CEO सत्या नडेला के बेटे का निधन हो गया है। नडेला के 26 साल के बेटे जेन को जन्म से ही सेरेब्रल पाल्सी की बीमारी थी। माइक्रोसॉफ्ट से मिली जानकारी के मतुाबिक, जेन का निधन सोमवार सुबह हुआ। सत्या नडेला 2014 से माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ हैं। 2014 में माइक्रोसॉफ्ट का सीईओ बनने के बाद नडेला ने दिव्याग यूजर्स को बेहतर अनुभव देने के लिए प्रॉडक्ट डिजाइन पर जोर दिया था। इस दौरान उन्होंने जेन के साथ मिले अनुभवों को भी साझा किया था। वह कई मौकों पर बताते रहे हैं कि उनके करियर में बेटे जैन का बहुत योगदान है। एक बार उन्होंने कहा था, 'जैन के पैदा होने के बाद मेरे लिए चीजें बदलने लगीं। उसके जन्म ने हर चीज पर असर किया. मैं कैसे सोचता हूं, कैसे लीड करता हूं और किस तरह लोगों से रिलेट करता हूं...ये सब जैन के आने से बदल गया।' जिस अस्पताल में नडेला के बेटे का इलाज चल रहा था उस अस्पताल के सीईओ ने अपने बोर्ड को एक मैसेज में लिखा कि ज़ैन को म्यूजिक के प्रति प्यार और अपनी प्यारी मुस्कान के लिए याद रखा जाएगा। वर्ष 2017 में सत्या नडेला की एक किताब आई थी जिसमें उन्होंने सेरेब्रल पाल्सी से जूझ रहे अपने बेटे से जुड़ी कई बातों का जिक्र किया था। सेरेब्रल पाल्सी एक न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर होता है जो बच्चों की शारीरिक गति, चलने-फिरने की क्षमता को प्रभावित करता है। ckbhospital.com के मुताबिक सेरेब्रल पाल्सी बच्चो में उनके मस्तिष्क और मांसपेशियों से जुड़ी समस्या होती है जो लगभग तीन साल से अधिक उम्र के 1,000 में से लगभग दो से तीन बच्चों को होती है। एक सर्वे के मुताबिक भारत में करीब 500,000 बच्चे एवं वयस्क इस बीमारी से जूझ रहे हैं। यह बीमारी मस्तिष्क के कुछ भाग में चोट लगने के कारण होती है जो बच्चों में होने वाली मोटर डिजीज में से सबसे आम बीमारी है। यह बीमारी संक्रामक नहीं होती है और न ही प्रोग्रेसिव होती है। हालांकि ये लक्षण सभी बच्चों में अलग-अलग हो सकते हैं।