भारत ही नहीं, पाकिस्तान के बच्चों के लिए भी ढाल बनकर खड़े हैं तिरंगा और ऑपरेशन गंगा, नेपाल के छात्रों को भी यूक्रेन से निकाला
Operation Ganga: रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे भीषण युद्ध के बीच सबसे बड़ी चिंता भारतीयों को वहाँ से सुरक्षित बाहर निकालने की है। भारत सरकार ने यूक्रेन में फंसे भारतीयों को एयरलिफ्ट करने के लिए एक अभूतपूर्व मिशन लॉन्च किया है, जिसे 'ऑपरेशन गंगा' नाम दिया गया है। सूत्रों के अनुसार, बचाव अभियान पर जो भी खर्च आएगा, वह भारत सरकार वहन करेगी। चूंकि, यूक्रेन का एयरस्पेस बंद है, इसलिए पड़ोसी देश पोलैंड, रोमानिया, हंगरी और स्लोवाकिया से फ्लाइट्स चलाई जा रही हैं। यूक्रेन के साथ लगते इन देशों के बॉर्डर्स पर कैम्प लगाए गए हैं। विदेश मंत्रालय ने 24x7 हेल्पलाइन भी लॉन्च की है। स्वदेसी मंच, कू पर भारी मात्रा में बच्चों और उनके पेरेंट्स के भावुक वीडियोज़ तेजी से वायरल हो रहे हैं। एक यूज़र ने पोस्ट करते हुए कहा है: एक भावुक माँ अपने बेटे को सकुशल घर लाने के लिए pm नरेंद्र मोदी जी का धन्यवाद करती है।
एक भावुक माँ अपने बेटे को सकुशल घर लाने के लिए pm नरेंद्र मोदी जी का धन्यवाद करती है। उक्त वीडियो में बताया गया है कि किस प्रकार भारत सरकार अन्य देश में भी सक्रियता से काम कर रही है। मोदी जी की वजह से भारतीयों को यूक्रेन में 5 स्टार की तरह ट्रीट किया जा रहा है। पीएम को धन्यवाद् देते हुए एक मां के आंसू छलक पड़े, यह वीडियो में साफ तौर पर देखा जा सकता है। वहीं कू पर की गई अन्य पोस्ट कुछ इस प्रकार है: ये किया है मोदी जी ने 8 साल में, इन भारतीय स्टूडेंट को सुनिए.. कह रहे हैं 'तिरंगे झंडे' ने हमारा 'शील्ड' की तरह साथ दिया। यहाँ तक कि पाकिस्तानी और तुर्किश स्टूडेंट्स भी 'तिरंगे झंडे' लगाकर बच रहे थे।
यह वीडियो भी गर्व से सीना चौड़ा करने वाला है, जिसमें बच्चों को साफ तौर पर कहते हुए सुना जा सकता है कि हमें रशिया के आर्मी जवानों ने पहले ही दिलासा दे दिया था कि भारत से रशिया के रिश्ते बहुत मजबूत हैं, इसलिए आप लोगों को डरने की कोई जरुरत नहीं है। यहां तक कि अन्य देशों के लोग भी भारत का झंडा फहराकर अपनी जान बचा रहे थे।
पाकिस्तान के बच्चों ने भी लहराया भारत का झंडा
यूक्रेन में चल रहे युद्ध और रूसी हमले के बीच जान बचाने के लिए हर कोई परेशान है। भारत सरकार ने वहां से अपने देश के छात्र-छात्राओं को सुरक्षित निकालने के लिए कई तरह के प्रबंध किए हैं। यूक्रेन में फंसे पाकिस्तान के बच्चे भी अपनी जान बचाने के लिए भारत का झंडा लेकर घूम रहे हैं। उनका कहना है कि पाकिस्तान ने उन्हें मरने के लिए छोड़ दिया है। यानी उन्हें भी भारत पर ही भरोसा है। वहीं भारत ने पड़ोसी का फर्ज निभाते हुए नेपाल के भी तीन बच्चों को यूक्रेन के बॉर्डर से रेस्क्यू किया है।
ऑपरेशन गंगा पर पीएम मोदी ने क्या कहा?
"ऑपरेशन गंगा चलाकर हम यूक्रेन से भी हजारों भारतीयों को वापस ला रहे हैं। हमारे जो बेटे-बेटी अभी भी वहां हैं, उन्हें पूरी सुरक्षा के साथ अपने घर पहुंचाने के लिए सरकार दिन-रात काम कर रही है।"
यूक्रेन में फंसे भारतीयों को सरकार की सलाह
सरकार ने भारतीय नागरिकों को सलाह दी है कि वे पश्चिमी यूक्रेन में उजहोरोड, स्लोवाकिया की सीमा पर और हंगरी के साथ सीमा के पास पश्चिम की ओर बढ़ें और वहाँ से वे रोमानिया की राजधानी बुखारेस्ट तक पहुँचने के लिए एक ट्रेन ले सकते हैं और वहाँ से उन्हें एयरलिफ्ट किया जाएगा।
ऑपरेशन गंगा नाम ही क्यों?
इन सबके बीच एक सवाल जो ज़हन में आता है, वह यह कि सरकार ने इस मिशन को 'ऑपरेशन गंगा' नाम ही क्यों दिया है? 2015 में यमन के भीतर संघर्ष शुरू हुआ तो 'ऑपरेशन राहत' चलाया गया। 2015 नेपाल भूकंप के बाद भारत ने मदद के लिए 'ऑपरेशन मैत्री' चलाया। कोविड महामारी की शुरुआत में विदेश में फंसे नागरिकों को लाने के लिए 'वंदे भारत मिशन' शुरू किया गया था। अब यूक्रेन संकट के समय 'ऑपरेशन गंगा' लॉन्च हुआ है।
इसका कारण यह है कि यूक्रेन में फंसे ज्यादातर भारतीय वहां पढ़ाई करने गए थे। गंगा को भारत में मां का दर्जा मिला हुआ है। 'ऑपरेशन गंगा' नाम देकर सरकार यह जाहिर करना चाहती है कि भारतीय कहीं भी फंसे हों, उनकी मातृभूमि उन्हें अकेला नहीं छोड़ेगी।