जहांगीर हिंसा मामले में पुलिस को मिले फायरिंग के सबूत, मुख्य आरोपी मोहम्मद अंसार गिरफ्तार
दिल्ली के जहांगीरपुरी हिंसा मामले में पुलिस तेजी से कार्रवाई में लगी है। आरोपियों की धरपकड़ के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है। दिल्ली पुलिस ने इस मामले में अभी तक 14 लोगों को गिरफ्तार किया है। इसके साथ ही हिंसा में शामिल मुख्य साजिशकर्ता अंसार को भी पुलिस ने दबोच लिया है। अंसार पर फायरिंग करने का आरोप भी है। मोहम्मद अंसार का जन्म जहांगीरपुरी की झुग्गी बस्ती में 1980 में हुआ था। पुलिस ने अंसार का डोजियर 20 फरवरी 2009 को तैयार किया था। उस वक्त अंसार को चाकू के साथ गिरफ्तार किया था। डोजियर के मुताबिक, अंसार के खिलाफ पहले से दो मामले दर्ज हैं। पहला मामले में ये चाकू के साथ गिरफ्तार किया गया था और इसके खिलफ आर्म्स एक्ट की धारा लगाई गई थी। दूसरा मामला जुलाई 2018 का है। 186/353 IPC (सरकारी कर्मचारी पर हमला करना और सरकारी काम मे बाधा डालना) की धारा अंसार के खिलाफ लगाई गई थी। अंसार का पेशा कबाड़ी बताया गया है। डोजियर में बताया गया कि अंसार ने चौथी कक्षा तक पढ़ाई की है। दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में फायरिंग वाली जगह से खोखा बरामद हुआ है। पुलिस की 10 टीमें हिंसा की जांच कर रही है। वहीं सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमे नीला कुर्ता पहने एक व्यक्ति फायरिंग करता दिख रहा है। वहीं, भाजपा की दिल्ली इकाई के नेताओं ने जहांगीरपुरी में हनुमान जयंती के अवसर पर आयोजित जुलूस के दौरान हुई झड़प को 'साजिश' करार दिया और घटना में 'अवैध प्रवासियों' की भूमिका की जांच की मांग उठाई। भाजपा दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता और पार्टी सांसद मनोज तिवारी ने कहा कि जुलूस पर 'हमला, अचानक हुई घटना नहीं बल्कि एक साजिश थी।' भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने आरोप लगाया कि जुलूस पर पथराव एक 'आतंकवादी हमला' था। उन्होंने देश से अवैध प्रवासियों को तत्काल बाहर निकालने की मांग की।