सोनीपत। (जयदीप राठी) हरियाणा की बेटियां देश में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा रही हैं। सोनीपत की रहने वाली 23 साल की सौम्या को बीएसएफ में असिस्टेंट कमांडेंट बनने का गौरव मिला है। सौम्या बीएसएफ में हरियाणा की पहली महिला असिस्टेंट कमांडेंट बनी हैं जबकि पूरे देश में अब तक तीसरी महिला हैं।
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सौम्या को जल्द ही देश की सीमा पर मिलेगी तैनाती[/caption]
बचपन से ही सेना व आर्म्ड फोर्सेस में जाने की इच्छा रखने वाली सौम्या ने वर्ष 2016 में दीनबंधु छोटूराम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्विद्यालय मुरथल से कंप्यूटर साईंस व इंजीनियरिंग में बीटेक किया है।
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मां ने कहा- बेटियां हर क्षेत्र में सक्षम हैं[/caption]
हरियाणा की बेटी सौम्या ने बताया कि उसे जल्द ही देश की सीमा पर लड़ाकू (काम्बैट) अधिकारी के तौर पर नियुक्ति मिलेगी। उन्होंने कहा कि बीएसएफ जैसी नौकरी भी अब महिलाएं पुरुषों की ही तरह कर सकती हैं।
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बीएसएफ में हरियाणा की पहली महिला असिस्टेंट कमांडेंट बनी सौम्या[/caption]
सौम्या ने बताया कि ट्रैनिंग के दौरान भी उन्हें पहले बैस्ट ट्रेनी के लिए स्वार्ड ऑफ ऑनर व बेस्ट इन इंडोर सब्जेक्ट्स के लिए डीजी ट्रॉफी से बीएसएफ अकादमी के निदेशक यूसी सारंगी द्वारा सम्मानित किया गया है। साथ ही सौम्या ने कहा कि आज युवाओं को अपने सपनो को पूरा करने के लिए जी तोड़ मेहनत करनी चाहिए।
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पत्रकारों से बातचीत करते हुए सौम्या की मांं[/caption]
सौम्या के माता-पिता दोनों टीचर हैं। सौम्या की मां मंजू चौहान का कहना है कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किये गये बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान से काफी प्रेरित हुई और यह नारी सशक्तिकरण की दिशा में एक बेहतरीन कदम रहा है। उन्हें जो बेहतर लगे उसे करें क्योंकि वह प्रत्येक कार्य करने में सक्षम हैं।