Fri, Apr 19, 2024
Whatsapp

भारत-पाकिस्तान बंटवारे के 74 साल बाद मिले दो भाई, गले मिलकर खूब रोए...

Written by  Vinod Kumar -- January 13th 2022 11:29 AM -- Updated: January 13th 2022 05:05 PM
भारत-पाकिस्तान बंटवारे के 74 साल बाद मिले दो भाई, गले मिलकर खूब रोए...

भारत-पाकिस्तान बंटवारे के 74 साल बाद मिले दो भाई, गले मिलकर खूब रोए...

1947 में हुए बंटवारे के जख्म आज भी कई लोगों के दिलों में ताजा हैं। बंटवारे में कई लोग अपनों से बिछड़ गए। आज भी अपनों से बिछड़े हुए लोगों की आंखें अपने भाई-बहन और रिश्तेदारों को तलाशती हैं। मन में एक ही इच्छा दबी है कि इस दुनिया को छोड़ने से पहले एक बार 1947 में बिछड़ चुके अपनों को सीने से लगा लिया जाए। कुछ ऐसी ही बेचैनी थी पाकिस्तान (Pakistan) में रहने वाले सिद्दीक और भारत में रहने वाले हबीब उर्फ शेला के बीच। ये दोनों भाई पिछले दिनों 74 साल बाद एक-दूसरे से मिले तो फूट-फूट कर रोए। दोनों के मिलने का एक वीडियो (Video) सोशल मीडिया (Social Media) पर वायरल हो रहा है, जो हर किसी को भावुक कर रहा है। रिपोर्ट के मुताबिक, 1947 में बंटवारे (India-Pakistan Partition) के दौरान हबीब और सिद्दीक एक दूसरे से अलग हो गए थे। ये दोनों भाई उस वक्त बहुत छोटे थे। बंटवारे के समय उनका परिवार बिखर गया। सिद्दीकी अपने परिवार के साथ पाकिस्तान आ गए, जबकि उनके बड़े भाई हबीब उर्फ ​​शेला भारत में ही रह गए थे।  

अब 74 सालों के बाद दोनों पाकिस्तान स्थित करतारपुर गुरुद्वारा दरबार साहिब (Gurudwara Darbaar Sahib) को भारत से जोड़ने वाले करतारपुर कॉरिडोर (Kartarpur Coridor) की वजह से आपसे में मिल सके। दोनों जब इस कॉरिडोर में एक दूसरे मिले तो एक-दूसरे को गले लगाकर खूब रोए। उन दोनों को देखकर वहां मौजूद दूसरे लोग भी भावुक हो गए। मोहम्मद सिद्दीकी पाकिस्तान के फैसलाबाद में रहते हैं, जबकि उनके भाई भारत के पंजाब में रहते हैं।     दोनों भाइयों ने भारत और पाकिस्तान की सरकार को करतारपुर कॉरिडोर खोलने पर धन्यवाद दिया है। कॉरिडोर के माध्यम से भारत के लोग बिना वीजा के पाकिस्तान स्थित करतारपुर जा सकते हैं। यह कॉरिडोर नवंबर 2019 में शुरू हुआ था।

Top News view more...

Latest News view more...