चुनावी रंजिश के चलते भिवानी में युवक की हत्या, 5 सालों में बड़ेसरा गांव में पांचवा 'पॉलिटिक्ल मर्डर'
भिवानी/किशन सिंह: जिला में पंचायती चुनाव भले ही खत्म हो गए हों, लेकिन चुनावी रंजिश खत्म नहीं हुई है। भिवानी जिला के बड़ेसरा गांव में मोटरसाईकिल पर सवार तीन हथियारबंद युवकों ने गांव के सरपंच के दो भतीजों की गोलियों दाग दी।
गोली लगने से 50 वर्षीय महेंद्र की मौके पर मृत्यु हो गई, जबकि दूसरा जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहा है। गोलीकांड को अंजाम देने वाले गांव के ही दूसरे गुट के व्यक्ति बताए जा रहे हैं। गोली मारने वाले लोगों की ओर से यह भी धमकी दी गई है कि वो वर्तमान में बने सरपंच को सरपंची नहीं करने देंगे।
वहीं, इस घटनाक्रम के बाद वर्तमान सरपंच को सुरक्षा दिए जाने की मांग भी ग्रामीणों ने की है। चुनावी रंजिश के चलते पिछले 5 सालों के दौरान गांव में यह छठी हत्या हुई है। गांव के बबलू गुट व बलजीत गुट के बीच यह चुनावी रंजिश नई नहीं है। बबलू गुट के खिलाफ जब बलजीत ने आरटीआई लगाई और उसी आरटीआई के आधार पर बबलू की पत्नी सुदेश की 10वीं की मार्कशीट फर्जी साबित हुई, जिसके बाद यह चुनावी रंजिश पिछले पांच साल के दौरान 6 लोगों को काल का ग्रास बना चुकी है।
बलजीत की आरटीआई लगाने के बाद बबलू व उसकी पत्नी व परिवार के सदस्यों को धोखाधड़ी के केस में जेल जाना पड़ा, जिसके बाद से बबलू गुट ने बलजीत के परिवार के तीन सदस्यों की हत्या कर दी, जो अब सोनीपत जेल में है। बीती शाम बलजीत गुट के महेंद्र और अजीत पर 10 राऊंड फायर चले, जिसमें 50 वर्षीय महेंद्र की मौके पर मौत हो गई।
वहीं, अजीत हिसार के एक निजी अस्पताल में 8 गोलियां लगने के बाद जिंदगी व मौत के बीच जूझ रहा है। इस घटनाक्रम के बाद अब सरपंच पक्ष के लोगों ने सरपंच को सुरक्षा दिए जाने की मांग उठाई है। मृतक के चाचा राजसिंह ने कहा कि चुनावी रंजिश के चलते यह हत्या की गई है। जब तक पीड़ित परिवार को सुरक्षा नहीं मिलेगी वो मृतक का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे।
वहीं, एसएचओ संदीप शर्मा ने कहा कि पोस्टमार्टम व परिजनों की शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है। चुनावी रंजिश के चलते इस घटनाक्रम को अंजाम दिए जाने की सूचना उनके पास पहुंची है। कई पहलुओं से पुलिस मामले की जांच कर रही है।
- PTC NEWS