NDA परीक्षा में 1002 महिलाएं हुई सफल, 19 महिला कैडेट का SSB के बाद होगा चयन
नेशनल डेस्क: देश की सशस्त्र सेनाओं में सैन्य ऑफिसर रैंक के चयन के लिए होने वाली एनडीए परीक्षा (NDA EXAM) में 1002 महिलाओं समेत 8 हजार परीक्षार्थी सफल हुए हैं। लिखित परीक्षा में सफल होने के बाद अब इनका सर्विस सेलेक्शन बोर्ड (SSB) होगा। यानि इंटरव्यू और ग्रुप डिसक्शन। इसके बाद मेडिकल परीक्षण होगा। बताया जा रहा है कि नेशनल डिफेंस एकेडमी खड़कवासला के लिए कुल 19 महिला कैडेट्स का चयन किया जाएगा। बता दें कि एनडीए परीक्षा के लिए 1।77 लाख महिला अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था। एनडीए (II) साल 2021 के लिए कुल 5,75,856 आवेदन मिले थे, इनमें से महिला अभ्यर्थियों से प्राप्त कुल आवेदनों की संख्या 1,77,654 थी। [caption id="attachment_559222" align="alignnone" width="300"] फाइल फोटो[/caption] ये पहली बार होगा कि महिला कैडेट्स एनडीए में दाखिला लेंगी। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद पहली बार महिलाओं का चयन एनडीए के लिए किया गया है। एनडीए-II की इस परीक्षा में थलसेना के कुल 208 पदों में से 10 महिलाओं के लिए हैं। वायुसेना के 120 पदों में से 6 और नौसेना के 42 में से 3 पद महिलाओं के लिए हैं। ये परीक्षा 14 नबम्बर को हुई थी। [caption id="attachment_559223" align="alignnone" width="300"] फाइल फोटो[/caption] राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (एनडीए) में चयन के लिए यूपीएससी साल में दो बार परीक्षा कराती है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर हाल ही में एनडीए में दाखिले के लिए महिलाओं के लिए भी दरवाजे खोल दिए गए हैं। इसके लिए पुणे के करीब खड़कवासला स्थित एनडीए एकेडमी में महिला अभ्यर्थियों के प्रशिक्षण के लिए आवश्यक अवसंरचना और सुविधाएं स्थापित कर दी गई हैं। [caption id="attachment_559224" align="alignnone" width="300"] फाइल फोटो[/caption] एनडीए परीक्षा के पास करने के बाद महिलाएं अधिकारी के तौर पर थलसेना, वायुसेना और नौसेना में जा सकेंगी। इसके लिए उन्हें एनडीए अकादमी में तीन साल की कड़ी ट्रैनिंग से गुजरना होगा। इसके एक साल बाद उन्हें अपने अपने विकल्प के अनुसार थलसेना के लिए इंडियन मिलिट्री एकेडमी (आईएमए), देहरादून, वायुसेना के लिए डुंडीगुल (हैदराबाद) एयर फोर्स एकेडमी और नौसेना के लिए एजेमाला (केरल) स्थित इंडियन नेवल एकेडमी में ट्रेनिंग करनी होगी। कुल चार साल के कड़े प्रशिक्षण और ग्रेजुएशेन की डिग्री (जो जेएनयू से मिलेगी) के बाद महिलाएं सशस्त्र सेनाओं में शामिल हो सकेंगी।