रूस यूक्रेन युद्ध: माइनस तापमान...30 घंटे भूख प्यासे लाइन में खड़ा रहा...पुलिस की लाट्ठियां खाई, तब हुई घर वापसी
फतेहाबाद/साहिल कुमार रुखाया: पिछले एक हफते से यूक्रेन और रूस के बीच जंग जारी है। कई भारतीय छात्र यूक्रेन में फंसे हुए हैं। गोली लगने से एक भारतीय छात्र की भी मौत हो चुकी है। इस दौरान भारत में भी लोग और यूक्रेन में फंसे बच्चों के माता पिता चिंताग्रस्त हैं।
भारत सरकार की ओर से चलाए गए ऑप्रेशन गंगा के जरिए धीरे-धीरे भारतीय भारतीय छात्रों की घर वापसी जारी है। लोग अपने घरों की ओर सकुशल लौट रहे हैं। यूक्रेन से मुश्किलों का सामना करते हुए और जान बचाते हुए अमित रोमानिया के रास्ते फतेहाबाद स्थित अपने गांव बैजलपुर पहुंचे। अमित के गांव पहुंचने पर परिजनों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा और तिलक लगाकर स्वागत किया गया।
बैजलपुर निवासी अमित ने उन खौफनाक पलों को याद करते हुए बताया कि वह यूक्रेन में पढऩे गया था और जब युद्ध शुरू हुआ तो वह भी अन्य विद्यार्थियों के साथ यूक्रेन से रोमानिया बॉर्डर के लिए निकल पड़ा। शहर से बॉर्डर तक जाने के लिए उन्होंने बस ली, लेकिन बस चालक ने बॉर्डर से 10 किलोमीटर पहले ही उन्हें उतार दिया। इसके बाद वह पैदल बॉर्डर तक गए, लेकिन वहां जाने पर आर्मी ने उन पर लाठीचार्ज कर दिया।
करीब 30 घंटों तक वह शून्य से नीचे तापमान के बीच बॉर्डर के पास ही भूखा-प्यासा रहा। बॉर्डर पर जाने पर उन्हें बार-बार लाठियां मारकर पीछे हटा दिया जाता था। आखिरकार जब उसका नंबर आया तो वह वहां से भारतीय प्लेन से वापस अपने देश लौट पाया।
वहीं, आज यूक्रेन से देश लौट रहे छात्रों की मदद के लिए हरियाणा सरकार द्वारा मुंबई एयरपोर्ट पर स्थापित किए गए हेल्प डेस्क ने हरियाणा के 9 छात्रों को रिसीव किया। हेल्प डेस्क ने सभी को 1000 रुपए कैश तथा हरियाणा सरकार की ओर से दिल्ली तक की एयर टिकट मुहैया करवाई।