85 साल के नारायण चांदना की कहानी सुनकर आप भी हो जाएंगे हैरान.....

By  CHOHAN January 30th 2018 03:58 PM

उम्र 85 की..मगर हौसला ऐसा..जो अच्छे अच्छों को मात दे जाए...शायरी से लेकर गजलों तक...किस्सों से लेकर कहानियों तक...साहित्य में अपनी खुशी ढूंढने वाले इस शख्स से मिलिये...ये हैं करनाल के रहने वाले रूप नारायण चांदना...साहित्य में बेहतरीन उपलब्धि के बाद समाजसेवा का मानो बीड़ा ही उठा लिया हो चांदना ने...दिव्यांग बच्चों को मुफ्त शिक्षा देते हैं...सिलाई सेंटर भी खोल रखे हैं...अनाथ बच्चों की मदद के लिए आगे आते हैं...और मुफ्त में कंप्यूटर कोचिंग तक दिलवाते हैं...
नीयत से भले ही समाजसेवी हों...मगर मिजाज से दिलखोल शायर हैं 85 साल के चानना...और शायर भी ऐसे वैसे नहीं...कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों से लेकर राज्यपाल तक उन्हें सम्मानित कर चुके हैं...हिंदी के अलावा उर्दू और दूसरी भाषाओं में कई कहानियां और किताबें भी लिख चुके हैं...और उम्र के इस पड़ाव में भी...हुनर पीछा नहीं छोड़ रहा....
तो रूपनारायण चानना की शख्सियत कुछ ऐसी हो गई है कि इलाके के लोग इनके बारे में बताते नहीं थकते...समाजसेवा से जब हटते हैं तो शायरी में जुट जाते हैं...शायरी से हटते हैं किस्सों कहानियों में खो जाते हैं....चानना का यही अंदाज...उन्हें करनाल में किसी सेलिब्रिटी से कम नहीं बनाता....

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