भिवानी। (कृष्ण सिंह) भिवानी में ऑपरेशन के बाद मरीजों की आखों में इंफेक्शन से प्रशासन में हड़कप मच गया है। अलग-अलग जिलों के नागरिक अस्पतालों में हुए ऑपरेशन के बाद करीब 37 लोगों की आंखों पर आफत बन आई है। आंखों में संक्रमण के कारण मवाद (पस) बन गई है, मामला इतना गंभीर है कि मवाद ज्यादा होने पर आंख तक निकालनी पड़ सकती है।
चिकित्सकों के अनुसार ज्यादातर मरीजों की आंखों की रोशनी जा सकती है।
चिकित्सकों के अनुसार ज्यादातर मरीजों की आंखों की रोशनी जा सकती है। ये मरीज भिवानी, करनाल और झज्जर जिले से आए हैं। 37 में से करीब 30 मरीज भिवानी कृष्ण लाल जलाना गवर्नमेंट आई अस्पताल से हैं। बताया जा रहा है कि यहां करीब 400 लोगों की आंखों का ऑपरेशन किया गया। अन्य जिलों में भी ऑपरेशन हुए, इनमें से जो मरीज पीजीआई रोहतक के नजदीक हैं, वे यहां आ गए। बाकी अन्य जगह इलाज के लिए गए हैं।
- ऑपरेशन के बाद 37 लोगों की आंखों पर बनी आफत
- इंफेक्शन ज्यादा हुआ तो निकालनी पड़ सकती हैं आंखें
- प्रदेश में पहली बार इतने बड़े पैमाने पर इंफेक्शन!
- कुल 37 मरीज पीजीआई रोहतक में भर्ती
- भिवानी, करनाल और झज्जर से आ रहे मरीज
- सरकारी दवा डालने से संक्रमण का अंदेशा!
- सीएमओ ने कहा- जांच के आदेश दे दिए गए हैं
फिलहाल पीजीआई के नेत्र रोग विभाग की रेटिना यूनिट ने स्पेशल टीम मरीजों के इलाज में लगा दी है। चिकित्सकों की मानें तो इतने बड़े पैमाने पर पहली बार आंखों का इंफेक्शन सामने आया है। अंदेशा लगाया जा रहा है कि जो दवाई ऑपरेशन के दौरान या ऑपरेशन के बाद आंखों में डाली गई संक्रमण उससे हुआ है।
अंदेशा लगाया जा रहा है कि जो दवाई ऑपरेशन के दौरान या ऑपरेशन के बाद आंखों में डाली गई संक्रमण उससे हुआ है।
चिकित्सकों के अनुसार मवाद बनने का मतलब है संक्रमण गंभीर है। मरीज की आंखों की रोशनी बचाना तो मुश्किल है ही साथ ही मवाद ज्यादा बन जाती है तो आंखे निकालनी पड़ सकती है, क्योंकि मवाद पूरे शरीर में फैलने का डर रहता है। इसके अलावा दूसरी आंख को भी नुकसान हो सकता है।
फिलहाल भिवानी के सीएमओ डॉ. आदित्य गुप्ता का कहना है कि जांच के आदेश दे दिए गए हैं
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