चंद्रशेखर रावण ने शिमला में की रैली, हाटी समुदाय को जनजातीय दर्जा देने का किया विरोध

By  Vinod Kumar June 6th 2022 06:02 PM -- Updated: June 6th 2022 06:03 PM

शिमला में भीम आर्मी भारत एकता मंच के संयोजक खूब गरजे। भीम आर्मी ने आईएसबीटी टूटी कांडी से लेकर अंबेडकर चौक चौड़ा मैदान तक एक रैली निकाली। इसका नेतृत्व भीम आर्मी के राष्ट्रीय संयोजक चंद्रशेखर रावण ने किया। सैकड़ों की संख्या में शिमला पहुंचे भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं को चंद्रशेखर रावण ने एकजुट होने का संदेश दिया।

चंद्रशेखर रावण ने कहा की हिमाचल प्रदेश में अनुसूचित जाति के साथ अत्याचार अपराध बढ़ रहे हैं। छुआछूत जैसे मामलों में बढ़ोतरी हो रही है। चंद्रशेखर ने कहा कि एट्रोसिटी एक्ट को कमजोर करने की कोशिश की जा रही है। हाटी समुदाय की आरक्षण की मांग उन्होंने गलत ठहराया।

भीम आर्मी के संयोजक चंद्रशेखर ने कहा कि सिरमौर के गिरीपार को जनजातियां दर्जा देने से इस इलाके के अनुसूचित जाति के लोगों के अधिकारों को छीन लिया जाएगा। उन्होंने किन्नौर और लाहौल स्पीति जिले का उदाहरण देते हुए कहा कि इन 2 जिलों में अनुसूचित जनजाति दर्जा मिलने की वजह से इलाके के लोगों को अनुसूचित जाति का लाभ नहीं मिल पा रहा है।

चंद्रशेखर ने कहा कि सिरमौर जिला में बीते 1 साल में एट्रोसिटी एक्ट में करीब 105 मामले दर्ज किए गए हैं। चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि अनुसूचित जनजाति का दर्जा मिलने के बाद इलाके के अनुसूचित जाति के लोगों के अधिकार छीन लिए जाएंगे। जिस तरह हिमाचल में बीते दिनों दलितों के साथ शोषण और भेदभाव के मामले बढ़े हैं, उससे लोगों में असहजता का भाव पैदा हो रहा है।

हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले हाटी समुदाय को जनजातीय दर्जा देने के खिलाफ चंद्रशेखर रावण ने एलान-ए-जंग किया है। उन्होंने कहा कि आने वाले 6 महीने में प्रदेशभर से शिमला के लिए पैदल यात्रा निकाली जाएगी। इन पैदल यात्राओं के जरिए गिरीपार क्षेत्र को जनजातियां दर्जा देने के खिलाफ आवाज बुलंद की जाएगी।

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