कल्पा। राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने अपने किन्नौर प्रवास के दौरान आज कल्पा के परिधि गृह में स्वतंत्र भारत के प्रथम मतदाता 103 वर्षीय श्याम सरण नेगी से मुलाकात की। राज्यपाल ने श्याम सरण नेगी द्वारा मतदाताओं को समय-समय पर जागरूक करने व मजबूत लोकतंत्र के सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने नेगी को सम्मानित किया तथा कहा कि आयु के इस पढ़ाव में भी नेगी एक जागरूक नागरिक के तौर पर सक्रिय रहते हैं, जो अन्यों के लिए प्रेरणा है।
स्वतंत्र भारत के प्रथम मतदाता श्याम सरण नेगी से मिले राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय
श्याम सरण नेगी ने इस मौके पर राज्यपाल का किन्नौर आने पर स्वागत किया तथा उनसे चर्चा के दौरान कहा कि वह प्रधानमंत्री के ‘फैन’ हैं और उनके नेतृत्व में केंद्र सरकार अच्छा कार्य कर रही है। इसके बाद, राज्यपाल ने कल्पा के प्राचीन मंदिर में पूजा-अर्चना की तथा सेब बागीचों का भ्रमण भी किया। उन्होंने स्थानीय लोगों से संवाद किया तथा उनकी समस्याओं को सुना।
स्वतंत्र भारत के प्रथम मतदाता श्याम सरण नेगी से मिले राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय
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बता दें कि किन्नौर जिले में कल्पा गांव में साल 1917 में जन्में श्याम सरण नेगी कल्पा में ही अपने पुश्तैनी घर में रहते हैं। उनके देश का पहला मतदान बनने की कहानी बड़ी दिलचस्प है। देश में पहला लोकसभा चुनाव 1952 हुआ लेकिन किन्नौर में भारी बर्फबारी के चलते 6 महीने पहले ही अक्तूबर 1951 में चुनाव करवाए।
स्वतंत्र भारत के प्रथम मतदाता श्याम सरण नेगी से मिले राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय
उस समय श्याम सरण नेगी एक स्कूल में अध्यापक थे और उनकी चुनावी ड्यूटी लगी हुई थी। उनकी ड्यूटी शौंगठोंग से मूरंग तक थी जबकि वोट कल्पा में था। इसलिए उन्होंने सुबह वोट देकर ड्यूटी पर जाने की इजाजत मांगी। वह सुबह-सुबह ही सबसे पहले मतदान स्थल पर पहुंचे और मतदान पार्टी से जल्दी वोट डालने का निवेदन किया। इसी तरह श्याम सरण नेगी आजाद भारत के पहले मतदाता बन गए।