विपक्ष के आरोपों के बीच डीजीपी बोले- हरियाणा में 2020 के प्रथम 6 माह में घटा अपराध का ग्राफ

By  Arvind Kumar July 9th 2020 04:28 PM -- Updated: July 9th 2020 05:56 PM

चंडीगढ़। विपक्ष लगातार सरकार पर हरियाणा में आपराधिक गतिविधियां बढ़ने का आरोप लगा रहा है। विपक्षी नेताओं का कहना है कि खट्टर राज में हरियाणा अपराध में नंबर 1 पर पहुंच गया है। इस बीच पुलिस विभाग की ओर से अपराध संबंधी आंकड़े जारी किए गए हैं। इन आंकड़ों के मुताबिक हरियाणा में साल 2020 के प्रथम 6 माह के दौरान हत्या, हत्या का प्रयास, डकैती, लूटपाट, फिरौती के लिए अपहरण सहित अन्य जघन्य अपराध के मामलों में कमी आई है। पिछले वर्ष की तुलना में इस साल कुल अपराध का ग्राफ 3.75 प्रतिशत तक कम हुआ है। इस साल जनवरी-जून 2020 के बीच आईपीसी के तहत दर्ज 49,978 मामलों की तुलना में 2019 की इसी अवधि के दौरान 51928 मामले दर्ज हुए। पुलिस द्वारा प्रथम 6 माह की अवधि में हत्या के 84.63 प्रतिशत मामलों, गैर इरादतन हत्या के 100 प्रतिशत, हत्या को प्रयास के 91.75 प्रतिशत, चोट के 97.66 प्रतिशत और अपहरण के 83.59 प्रतिशत मामलों को सफलतापूर्वक सुलझाया गया है।

पुलिस महानिदेशक (डीजीपी), हरियाणा, मनोज यादव ने इस संबंध में जानकारी देते हुए आज यहां बताया कि गत 6 माह में क्राईम अगेंस्ट पर्सन्स के मामलों में 4.06 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है। जनवरी से जून 2020 में हत्या के मामलों की संख्या 2019 की समान अवधि की तुलना में 590 से घटकर 488 रह गई जो 17.28 प्रतिशत की गिरावट है। हत्या का प्रयास की घटनाओं में भी कमी आई है जो 467 से घटकर 449 रह गई।

Haryana shows a decline in crime in the first half of 2020

अन्य गंभीर अपराधों में, गलत तरीके से कारावास के मामलों में 957 केस (18.56 प्रतिशत) की कमी आई है। 2019 में जहां 5155 मामले दर्ज हुए थे वही इस साल 4198 मामले पंजीकृत हुए। वहीं क्रिमिनल ट्रैसपास के मामलों पर भी अंकुश लगा है जो इस साल 23 कम पंजीबद्ध हुए हैं। लड़कों और पुरुषों के अपहरण की वारदातें भी साल 2019 के 350 से घटकर 2020 में 262 रह गई, जोकि 25.14 प्रतिशत कम है।

इसी प्रकार, संपत्ति के खिलाफ अपराध की वारदातों का ग्राफ भी कम हुआ है। जनवरी-जून 2020 में सेंधमारी के मामलों की संख्या में 9.67 प्रतिशत की गिरावट आई है। 2019 के प्रथम 6 माह में जहां 3607 मामले सामने आए, वहीं 2020 की इसी अवधि में यह कम होकर 3258 रह गए। चोरी के मामलों की संख्या में भी 31.12 फीसदी की भारी गिरावट देखी गई जो 11794 से घटकर 8123 रह गई। लूटपाट के मामलों की संख्या भी 667 से कम होकर 500 रह गई। पिछले साल 2019 में स्नैचिंग के 1023 मामले रिपोर्ट हुए थे, जो 2020 में 670 तक रह गए। डकैती का ग्राफ भी अपेक्षाकृत बेहतर रहा जिसमें 10.66 प्रतिशत तक की कमी आई।

Haryana shows a decline in crime in the first half of 2020

हालांकि, आईपीसी की धारा 188, जो कानूनन आदेशों के उल्लंघन से संबंधित है, के तहत दर्ज मामलों भी वृद्धि देखी गई, जिनकी संख्या 2019 के 98 मामलों से बढकर इस साल 4189 दर्ज की गई।

डीजीपी ने कहा कि राज्य में बढाई गई गश्त और पुलिसकर्मियों की पैनी निगरानी से अपराध के ग्राफ को काफी हद तक नीचे लाने में मदद मिली है। अपराध पर अंकुश लगाने में हमें लगातार सफलता मिल रही है। बेहतर कानून व्यवस्था को दर्शाने वाले प्रमुख संकेतकों हत्या, डकैती और लूटपाट जैसे अपराध में इस साल के प्रथम 6 माह में गिरावट देखी गई है। उन्होंने कहा कि पुलिस की बढ़ती उपस्थिति और कोविड-19 के संबंध में चैंकिग ने भी अपराध के ग्राफ में प्रभावशाली गिरावट में योगदान दिया क्योंकि लॉकडाउन ने बदमाशों और आदतन अपराधियों को घर में रहने के लिए मजबूर कर दिया।

---PTC NEWS---

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