नशाखोरी में नंबर-2 पर पहुंचा हिमाचल, कैदियों को जेल में रखने की जगह नहीं

एक रिपोर्ट के अनुसार हिमाचल प्रदेश में नशा एक महामारी की तरह फैल रहा है और नशाखोरी में प्रदेश दूसरे नंबर पर पहुँच गया है।

By  Shivesh jha March 2nd 2023 08:50 PM

नशाखोरी पूरे देश में प्रसाशन के लिए सिरदर्द बना हुआ है। सिर्फ पंजाब ही नहीं देश का हर राज्य इस बीमारी से जूझने को मजबूर है। एक रिपोर्ट के अनुसार हिमाचल प्रदेश में नशा एक महामारी की तरह फैल रहा है और नशाखोरी में प्रदेश दूसरे नंबर पर पहुँच गया है।

हिमाचल पुलिस की एक रिपोर्ट के अनुसार मात्र 6 सालों में एनडीपीएस के मामले दोगुनी रफ्तार से बढ़े हैं। हिमाचल के डीजीपी संजय कुंडू के अनुसार नशे के मामलों में प्रदेश देशभर में अब दूसरे नंबर पर पहुंच गया है, जो निंदनीय है। बता दें कि पंजाब इस सूचि में अभी भी शीर्ष पर है।

संजय कुंडू के अनुसार हिमाचल में मादक पदार्थों की तस्करी और नशीली दवाओं के दुरूपयोग बड़े पैमाने पर बढ़ गया है। इतना ही नहीं इन सालों में प्रदेश में भांग और अफीम की खेती में भी तेजी आई है जो बहुत बड़ी समस्या है।

पुलिस के अनुसार प्रदेश की कुल जनसंख्या का 0.24 प्रतिशत आबादी अब नशे की चपेट में है। जबकि करीब 2 लाख युवा ड्रग एडिक्टिड हैं जिसमे अब लड़कियां भी बढ़चढ़ कर हिस्सा ले रही है।

बताया जा रहा है कि 2017 में प्रदेश में NDPS के 1221 मामले दर्ज किये गए थे, जबकि वर्ष 2018 में 1722, 2019 में 1935 और 2020 में 2058 मामले सामने आए। बता दें कि 2020 में कोरोना काल होने के बाद भी सर्वाधिक मामले दर्ज हुए।

संजय कुंडू के अनुसार प्रदेश में अब कैदियों को रखने के लिए जेल कम पड़ने लगे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश के जेलों के पास कुल 2400 कैदियों को रखने की क्षमता है लेकिन फिलहाल 3 हजार से अधिक कैदी इन जेलों में कैद हैं, इनमें 40 फीसदी कैदी नशे के मामलों में कैद गए हैं।

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