मन की बात: बचपन में कागज के जहाज उड़ाने वाले हाथ बना रहे हवाई जहाज, G-20 की मेजबानी भारत के लिए गर्व की बात

By  Vinod Kumar November 27th 2022 01:01 PM -- Updated: November 27th 2022 02:04 PM

नई दिल्ली: पीएम नरेंद्र मोदी ने आज इस महीने के आखिरी रविवार को देशवासियों से 'मन की बात' की। 'मन की बात' का ये 95वां एपिसोड था। अपने इस कार्यक्रम में पीएम मोदी ने भारत में होने वाले जी20 सम्मेलन का जिक्र किया और देश के युवाओं से जी20 सम्मेलन से जुड़ने की अपील की।

कार्यक्रम में पीएम मोदी ने कहा कि ड्रोन के क्षेत्र में भी भारत तेजी से आगे बढ़ रहा है। कुछ दिनों पहले हमने देखा कि कैसे हिमाचल प्रदेश के किन्नौर में ड्रोन के जरिए सेब भेजे गए। पीएम मोदी ने कहा कि जो बच्चपन में कागज के जहाज बनाकर उड़ाया करते थे आज उन्हें अपने हाथों से हवाई जहाज बनाने का मौका मिल रहा है।

पीएम मोदी ने तेलंगाना के राजन्ना सिर्सिल्ला जिले के एक बुनकर भाई येल्धी हरिप्रसाद गारू का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने मुझे अपने हाथों से बुनकर G-20 का लोगो (LOGO) भेजा है। ये शानदार प्रतिभा उन्हें अपने पिता से मिली है। आज हरिप्रसाद गारू इस क्षेत्र में पूरे पैशन के साथ लगे हुए हैं। 

पीएम मोदी ने भारत में होने वाले जी-20 सम्मेलन के बारे में जिक्र करते हुए कहा कि जी-20 की वैश्विक जनसंख्या में दो-तिहाई, वैश्विक व्यापार में तीन-चौथाई और वैश्विक GDP में 85 फीसदी भागीदारी है। भारत अब अब इतने बड़े समूह की, इतने सामर्थ्यवान समूह की अध्यक्षता करेगा। यह हर भारतीय के लिए गर्व की बात है। छ दिन पहले मुझे G-20 लोगो और भारत की अध्यक्षता की वेबसाइट को लॉन्च करने का सौभाग्य मिला। इस लोगो का चयन एक Public Contest के माध्यम से हुआ।

पीएम मोदी ने कहा कि स्पेस के क्षेत्र में भारत तेजी से बढ़ रहा है। 18 नवंबर को पूरे देश ने स्पेस के क्षेत्र में इतिहास रचा है। भारत ने इस दिन ऐसे रॉकेट को स्पेस में भेजा जिसे भारत के निजी क्षेत्र ने डिजाइन और तैयार किया था। इस रॉकेट का नाम ‘विक्रम–एस’ है। इस रॉकेट के ऐतिहासिक उड़ान भरते ही हर भारतीय का सिर गर्व से ऊंचा हो गया।



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