अब सपा नेता ने रामचरितमानस को बताया बकवास, संज्ञान लेकर सरकार लगाए इस पर वैन

सपा नेता और एमएलसी स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) ने रामचरितमानस (Ramcharitmanas) के दोहे और चौपाई पर आपत्ति जताई है। अपने एक बयान में उन्होंने कहा कि रामचरितमानस में सब कुछ बकवास है। करोड़ों लोग रामचरित मानस को नहीं पढ़ते, इसमे सब बकवास है। इसे तुलसीदास ने अपनी खुशी के लिए लिखा था।

By  Vinod Kumar January 22nd 2023 05:29 PM

बिहार के शिक्षा मंत्री ने कुछ दिन पहले रामचरित मानस पर विवादित बयान दिया था। इसके बाद उनकी बीजेपी समेत दूसरी पार्टियों ने चारों तरफ आलोचना की थी। अब  सपा नेता और एमएलसी स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) ने रामचरितमानस (Ramcharitmanas) के दोहे और चौपाई पर आपत्ति जताई है।

अपने एक बयान में उन्होंने कहा कि रामचरितमानस में सब कुछ बकवास है। करोड़ों लोग रामचरित मानस को नहीं पढ़ते, इसमे सब बकवास है। इसे तुलसीदास ने अपनी खुशी के लिए लिखा था।सरकार को संज्ञान लेते हुए रामचरित मानस से आपत्तिजनक अंशों को हटाकर इन्हे बाहर करना चाहिए या फिर इस पूरी किताब पर ही बैन लगा देना चाहिए। 

स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि राम चरितमानस के दोहों में धर्म की आड़ में दलितों, पिछड़ों और महिलाओं का अपमान किया गया है। किसी को भी किसी के जाति और धर्म को गाली देने का अधिकार नहीं है। रामचरित मानस की चौपाईयों में शुद्रों को अधम जाति का होने का सर्टिफिकेट देते हैं। वो इसे धार्मिक ग्रंथ नहीं मानते। 

स्वामी प्रसाद मौर्य यहीं नहीं रुके उन्होंने कहा कि ब्राह्मण भले ही लंपट, अनपढ़, गंवार क्यों ना हो, लेकिन ब्राह्मण जाति का होने के कारण वो पूजनीय है। इसके विपरीत शूद्र कितना भी ज्ञानी, विद्वान और ज्ञाता हो उसका सम्मान करने की मनाही है क्या यही धर्म है? अगर यही धर्म है तो ऐसे धर्म को मैं नमस्कार करता हूं। ऐसे धर्म का सत्यानाश 

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