पौंग बांध झील में इस बार प्रवासी पक्षियों की संख्या 7 हज़ार बढ़ी, नई प्रजातियां भी आई नज़र

हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में पौंग बांध झील वन्यजीव अभयारण्य में इस बार 1.17 लाख से अधिक प्रवासी पक्षियों की गिनती की गई है। प्रवासी पक्षियों की यह संख्या पिछली गणना से सात हजार से अधिक हैं। दो दिन की गणना के बाद 31 जनवरी को ये आंकड़े सामने आए।

By  Vinod Kumar February 5th 2023 02:34 PM

कांगड़ा/रमिता सोनी: हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में पौंग बांध झील वन्यजीव अभयारण्य में इस बार 1.17 लाख से अधिक प्रवासी पक्षियों की गिनती की गई है। प्रवासी पक्षियों की यह संख्या पिछली गणना से सात हजार से अधिक हैं। दो दिन की गणना के बाद 31 जनवरी को ये आंकड़े सामने आए। 

इस बार कुल 108 प्रजातियों की गिनती की गई, जिसमें 88 प्रजातियां पानी के पक्षीयों की सामने आई हैं, जबकि 20 हज़ार अन्य पक्षी पाए गए। वन्य प्राणी विभाग ने जियो टैगिंग व वीडियो के माध्यम से पक्षियों की दूरी व संख्या का आंकलन किया जाता है। PCCF Wildlife राजीव कुमार ने बताया कि वन विभाग के दलों ने पहली बार यहा 'लॉन्ग टेल डक' (लंबी पूंछ वाली बत्तख) भी देखी है। 'नॉर्थर्न पिनटेल' (एक प्रकार की बत्तख) की संख्या पिछले साल की तुलना में बढ़ी है। 

इस वर्ष 'बार हेडेड गूस' (एक प्रकार के हंस) की संख्या भी बढ़ी है। उन्होंने ने बताया कि आने वाले दिनों में झील में अधिक प्रवासी पक्षी आ सकते हैं, क्योंकि ये साइबेरियाई पक्षी दक्षिण भारत से लौट रहे हैं और वो पौंग बांध जलाशयों में विश्राम के लिए रुकते हैं। नई प्रजातियों के पक्षियों का हिमाचल आना इसलिए भी शुभ संकेत हैं, क्योंकि यहां उन्हे खाने पीने व जीने का वातावरण मिल रहा है। 

विदेशी परिंदे पौंग बांध जलाशय पहुंचते हैं और अप्रैल माह तक यहीं रुकते हैं। ठंडे बर्फीले क्षेत्रों से सर्दियों में विदेशी परिंदे पौंग बांध जलाशय का रुख करते हैं। हजारों किलोमीटर का सफर तय कर यह विदेशी परिंदे भोजन की तलाश में पौंग बांध में पहुंचते हैं। 

Related Post