हरियाणा/संदीप सैणी: हिसार जिला के गांव नंगथला में एक दिल दहला देने वाली व विचलित करने वाली घटना हुई है। यहां एक व्यक्ति ने अपनी बीवी-बच्चों का कत्ल करके खुद आत्महत्या कर ली। इस घटना की वजह भी बहुत हैरान करने वाली है और उसे सुनकर हर कोई स्तब्ध है। इस घटना में एक ही परिवार के कुल 5 लोगों की मौत हुई है। घटना की जानकारी मिलने पर खुद डीआईजी व हिसार के पुलिस अधीक्षक बलवान सिंह राणा मौके पर पहुंच गये।
सोमवार सुबह सुबह हिसार के अग्रोहा खंड के गांव नंगथला में एक घर में खून से लथपथ चार शव और घर के बाहर एक और शव पड़ा होने की सूचना मिली। सूचना आग की तरह इलाके में फैल गयी और गांव वासी मौके पर पहुंच गये। 5 लोगों की मौत की सूचना मिलते ही पुलिस विभाग में भी हड़कंप मच गया। बरवाला-अग्रोहा मार्ग पर पड़े शव की पहचान गांव नंगथला निवासी रमेश के रूप में हुई जो पेंटर का काम करता है।
छानबीन करती पुलिस
बताया जा रहा है कि रमेश ने पहले अपनी 38 वर्षीय पत्नी, 11 वर्षीय लड़के और 12 व 14 वर्षीय बेटियों की किसी नुकीले हथियार से हत्या कर दी और बाद में खुद मुख्य सड़क पर जाकर किसी गाड़ी के सामने कूद कर आत्महत्या कर ली। गाड़ी के आगे कूदने से पहले उसे खुद को करंट लगाकर मारने का भी प्रयास किया, लेकिन उसमें कामयाब नहीं होने पर किसी अज्ञात वाहन के आगे कूद कर आत्महत्या कर ली।
घटना की सूचना मिलने पर पुलिस जब मौके पर पहुंची तो छानबीन में एक डायरी हाथ लगी। इस डायरी में लिखी बातों के हिसाब से परिवार का मुखिया धार्मिक प्रवृत्ति का था और ये हत्याएं व आत्महत्या भी मोक्ष प्राप्ति के उद्देश्य के लिए की गयी हैं। रमेश सन्यास लेकर सन्यासी बनना चाहता था, लेकिन घर वालों के दबाव में ऐसा कर नहीं पा रहा था। वह पर्यावरण प्रेमी के नाम से भी मशहूर था।
मौके पर पहुंची पुलिस
रमेश ग्रामीणें के घर में घुसे सांपों, बिच्छुओं, जंगली छिपकलियों को बाहर निकालकर जंगलों में छोडऩे का भी काम करता था। इसके लिए वह ग्रामीणों से कोई पैसा नहीं लेता था। वह पर्यावरण संरक्षण के लिए भी काम करता था और उसके द्वारा ऐसा खतरनाक कदम उठाये जाने से उसको जानने वाला हर व्यक्ति हैरान है।
पुलिस अधीक्षक बलवान सिंह राणा के अनुसार रमेश की डायरी से पता लगा है कि उसका अब इस दुनिया में मन नहीं लग रहा था। उसके अनुसार दुनिया उसके रहने लायक नहीं है और यहां पर काफी राक्षसी प्रवृति के इंसान रहते हैं। वह दुनियां को छोडऩा चाहता है, लेकिन उसको डर है कि उसके जाने के बाद उसकी पत्नी व बच्चों का क्या होगा। वह उनसे बहुत प्यार करता है। इसीलिए उसने अपने बच्चों व पत्नी की हत्या करके खुद आत्महत्या कर ली ताकि उसे मोक्ष मिल सके। डीआईजी बलवान सिंह राणा के अनुसार ऐसे लोगों की काउंसलिंग होनी बहुत जरूरी है।
मौके पर जुटी लोगों की भीड़
पुलिस ने मौके पर पहुंचकर पूरी छानबीन के बाद शवों को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेज दिया। इस मामले में गांव वालों या मृतकों के रिश्तेदारों में से किसी ने भी कुछ कहने से इंकार कर दिया है।