हांसी। जिला पुलिस की एंटी व्हीकल थैफ्ट टीम ने हांसी-सुल्तानपुर मार्ग पर बीते रोज कार में नशीले पदार्थों की बड़ी खेप लेकर जा रहे दो युवकों को काबू किया है जबकि एक तस्कर मौके से पुलिस टीम को चकमा देकर फरार हो गया। तस्करों के कब्जे से 1.12 क्विंटल गांजा बरामद हुआ है। ये सभी नशे की खेप छत्तीसगढ़ से लेकर आए थे और आसपास के इलाकों में सप्लाई करनी थी। पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया जहां से उन्हें दो दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा गया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार एंटी व्हीकल थैफ्ट टीम को सूचना मिली थी कि सुल्तानपुर इलाके में नशा तस्कर नशे की बड़ी खेप लेकर आ रहे हैं। पुलिस ने गांव में नाकेबंदी कर दी। इसी दौरान एक कार को पुलिस ने रुकवाया तो कार चालक गाड़ी रोकते ही मौके से भाग गये व कार में सवार दो युवकों को पुलिस ने काबू कर लिया।
गाड़ी की तलाशी लेने पर पुलिस को दो कट्टों से 1.12 क्विंटल गांजा बरामद हुआ। डीएसपी धर्मबीर सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि युवक दो गाड़ियों फॉर्च्यूनर व टाटा हेक्सा में नशीले पदार्थों की ये खेप लेकर चले थे। हरियाणा की सीमा में आने के बाद कार तैयार मिली और इसमें नशीले पदार्थों को सप्लाई करने जा रहे थे कि इसी दौरान हांसी में पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। आरोपितों की पहचान कंवारी गांव निवासी सुरेंद्र, सचिन चानौत गांव निवासी के रूप में हुई व मौके से फरार हुए युवक पाली निवासी सोनू बताया जा रहा है। पुलिस पूछताछ में आरोपितों ने कई युवकों के नाम उगले हैं जिन्हें पुलिस जल्द गिरफ्तार करने की तैयारी में है।
सस्ता लेकर आते महंगा बेचते
पुलिस की पूछताछ में आरोपितों ने बताया कि वह छत्तीसगढ़की सीमा पर स्थित जगलपुर गांव से गांजा मात्र 1800 से 2000 रुपये प्रति कि.ग्रा कीमत पर खरीदकर लाए थे और स्थानीय मार्केट में इसकी कीमत 10 से 15 हजार रुपये तक होती है। गांजे की नशे की मार्केट की कीमत करीब 15 से 18 लाख रुपये आंकी जा रही है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि युवक लंबे समय से इस धंधे से जुड़े हैं और प्रति किलो गांजे से 10-15 हजार रुपये का मुनाफा होता था। आरोपितों की निशानदेही पर पुलिस टीम उड़ीसा व छत्तीसगढ़ में जल्द छापेमारी भी कर सकती है।
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