जानलेवा कफ सिरप को लेकर अलर्ट, यूपी के डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने दिए जांच के आदेश

By  Vinod Kumar October 7th 2022 02:55 PM

लखनऊ/ज्ञानेंद्र शुक्ला: विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भारत में बनीं चार कंपनियों की कफ एंड कोल्ड सिरप को लेकर अलर्ट जारी किया है। WHO ने कहा कि ये घटिया चिकित्सा उत्पाद अपने गुणवत्ता मापदंडों को पूरा नहीं करते है। ये अलर्ट गाम्बिया में 66 बच्चों की मौत के बाद जारी हुआ है। WHO ने इन कफ सिरप पर तुरंत रोक लगाने की सलाह दी है।

इस मामले पर यूपी के डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के महानिदेशक को दिए कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने कहा कि मानक के अनुसार जांच की जाए। गलती मिलने पर कंपनी के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए। डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने 24 घंटे में मामले पर कार्रवाई की रिपोर्ट तलब की है।

कफ सिरप प्रोमेथाजिन ओरल सॉल्यूशन, कोफेक्समालिन बेबी सिरप, मकॉफ बेबी कफ सिरफ, मैग्रीप एन कोल्ड सिरप हरियाणा की मेडेन फार्मास्युटिकल्स बनाती है। गाम्बिया में इन सिरप के पीने से बच्चों की मौत की सूचना है। इसी के बाद एफएसडीए (FSDA) ने भी यूपी में इन सिरप की बिक्री का पता लगाने के निर्देश दिये हैं।

बता दें कि भारत में बनी चार कफ सिरप को लेकर अलर्ट जारी किए जाने के बाद केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन ( CDSCO) ने कार्रवाई करते हुए जांच शुरू कर दी है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुताबिक, लैब में जांच के दौरान इन चारों कफ सिरप में डाइथिलीन ग्लायकोल और इथिलीन ग्लायकोल की मात्रा जरूरत से ज्यादा मिली है, जो कि स्वास्थ्य के लिए जानलेवा है।

डाइथिलीन ग्लायकोल और इथिलीन ग्लायकोल जहरीला पदार्थ है। इंसानों के लिए इसका इस्तेमाल जानलेवा है। इसकी वजह से पेट दर्द, उल्टी, दस्त, किडनी से संबंधित बिमारियां हो सकती है। अंत में ये मौत का कारण बनता है।

दरअसल अफ्रीकी देश गाम्बिया में जुलाई के महीने में अलर्ट जारी किया गया था। यहां किडनी की समस्या से दर्जनों बच्चे बीमार हो रहे थे। अब तक 66 बच्चों की मौत की पुष्टि हुई है। इन मौतों में एक ही समानता पाई गई थी। सभी बच्चों की उम्र 5 साल से कम थी। सभी बच्चे कफ सिरप पीने के 3 से 5 दिन बाद बीमार पड़ना शुरू हो रहे थे।

 

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