रेल मंत्रालय दिन प्रतिदिन तरक्की कर रहा है। बीते कुछ वर्षों में इसने कई मिसालें पेश की हैं। अब रेल मंत्रालय ने एक राज्य से दूसरे राज्य में बसें भेजने की बेहतरीन पहल की है, जिससे ट्रांसपोर्ट के बड़े खर्चे पर विराम लग गया है। बड़ी संख्या में चंडीगढ़ भेजी जाने वाली बसों को पहली बार ट्रेन में रखकर रवाना किया गया है। ये बसें कर्नाटक स्थित बेंगलुरु के डोड्डाबल्लापुर से रवाना की गईं।
इस पहल का वीडियो सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर तेजी से वायरल हो रहा है। रेल मंत्रालय ने बसों को ट्रेन से ले जाने का एक वीडियो पोस्ट किया है, जिसमें यात्री बसों को पहली बार ट्रेन के माध्यम से बेंगलुरु से चंडीगढ़ रवाना किया गया। इस प्रकार भारतीय रेलवे ने कार्गो के एक नए उपखंड पर जोर दिया है।
देश के अपने माइक्रो-ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म कू ऐप पर सामने आए एक वीडियो में रेलवे की पटरी पर बसों को लेकर ट्रेन दौड़ती दिखाई दे रही हैं। इसकी जानकारी खुद रेल मंत्रालय ने दी है।
ट्रेन में बसें !!
भारतीय रेलवे ने कर्नाटक के बेंगलुरु के डोड्डाबल्लापुर से चंडीगढ़ के लिए पहली बार यात्री बसों को परिवहन करके माल ढुलाई की एक नई धारा पर कब्जा कर लिया है।
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भारतीय रेल द्वारा अशोक लीलैंड की बसों को डोड्डाबल्लापुर से चंडीगढ़ तक हिमाचल सड़क परिवहन निगम के उपयोग के लिए ट्रेन के माध्यम से ले जाया गया। रेलवे कुछ नए प्रोजेक्ट्स के माध्यम से रेलवे के इतिहास पर बेमिसाल छाप छोड़ने की कोशिश कर रहा है। इस प्रकार, इतिहास में पहली बार इतनी बड़ी संख्या में बसें बिना सड़क पर चले हजारों मील का सफर तय कर रही हैं।
ये बसें हिमाचल पथ परिवहन निगम की हैं, जिन्हें पहली बार ट्रेन परिवहन के माध्यम से चंडीगढ़ के लिए रवानगी दी गई है। इस प्रकार, भारतीय रेलवे ने पहली बार यात्री बसों का परिवहन करके माल ढुलाई की एक नई धारा पर कब्जा कर लिया है।