उत्तर प्रदेश में गोला विधानसभा सीट से बीजेपी विधायक अरविंद गिरी की हार्ट अटैक की वजह से मौत हो गई है। आज सुबह चलती गाड़ी में हार्ट अटैक से उनका निधन हो गया। अरविंद गिरी इसी सीट से 5 बार पहले भी विधायक रह चुके थे और आज सुबह वो अपनी एक मीटिंग के लिए लखनऊ जा रहे थे। इसी दौरान हार्ट अटैक की वजह से उनकी मौत हो गई।
गोला विधानसभा सीट लखीमपुर खीरी जिले में आती है और भाजपा की टिकट पर अरविंद गिरी यहां से विधायक बने थे। लखनऊ जाते वक्त सिधौली के पास उन्हें अचानक सीने में तेज दर्द हुआ जिसके बाद उन्हें अस्पताल पहुंचाया गया लेकिन तब तक उनकी मौत हो चुकी थी।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अरविंद गिरी के निधन पर शोक व्यक्त किया है। साथ ही उत्तर प्रदेश के तमाम नेताओं, मंत्रियों और विधायकों ने भी अरविंद गिरी के निधन पर परिवार को सांत्वना व्यक्त की है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अरविंद गिरी का निधन बेहद दुखत है और परिजनों के प्रति सीएम ने सांत्वनाएं व्यक्त की हैं।
अरविंद गिरी का सियासी करियर साल 1994 से ही शुरू हो गया था। इसी साल समाजवादी पार्टी से उन्हें राजनीति में कदम रखा था। पहली बार साल 1996 में सपा के टिकट पर ही उन्होंने गोला विधानसभा का चुनाव जीता और विधायक बन गए।
साल 1996 से लेकर साल 2017 तक उन्होंने सपा में रहते हुए राजनीति में लंबा सफर तय किया और साल 2017 में उन्होंने सपा को छोड़कर भाजपा का दामन थाम लिया। इसके बावजूद भी वो एक बार फिर गोवा विधानसभा का चुनाव जीत गए और इस बार बीजेपी से विधायक बन गए।
2022 में भी बीजेपी ने गोला विधानसभा सीट से उन्हीं पर भरोसा जताया और फिर से उन्हें मैदान में उतारा गया। इस बार भी अरविंद गिरी ने शानदार जीत दर्ज की और 5वीं बार विधानसभा के सदस्य बन गए। उनके सियासी करियर को देखते हुए लखीमपुर में उनका सियासी कद काफी ऊंचा माना जाता था और उनके निधन पर तमाम सियासी हस्तियों ने दुख प्रकट किया है।