अर्थशास्त्री सुमन बेरी ने संभाला नीति आयोगि के उपाध्यक्ष का पदभार, ऑक्सफोर्ड से हैं ग्रेजुएट
प्रसिद्ध अर्थशास्त्री सुमन बेरी ने रविवार को नीति आयोग के उपाध्यक्ष का पदभार संभाल लिया। एक आधिकारिक बयान में यह जानकारी दी गई है। बेरी इससे पहले नेशनल काउंसिल ऑफ एप्लायड इकनॉमिक रिसर्च (NCAER) के महानिदेशक (मुख्य कार्यकारी) और रॉयल डच शेल के वैश्विक मुख्य अर्थशास्त्री रह चुके हैं। वह एक अनुभवी नीति अर्थशास्त्री और शोध प्रशासक हैं।
बेरी ने नीति आयोग में राजीव कुमार का स्थान लिया है। वह एक अनुभवी नीति अर्थशास्त्री और शोध प्रशासक हैं। राजीव कुमार ने अगस्त, 2017 में नीति आयोग के उपाध्यक्ष का पद संभाला था। उन्होंने अरविंद पनगढ़िया का स्थान लिया था।
बेरी ने बयान में कहा, ‘‘कुमार ने मेरे लिए एक ऐसा संगठन छोड़ा है जिसमें काफी युवा शामिल हैं। उनका सरकार के अंदर और बाहर के हितधारकों से मजबूत संबंध है।वैश्विक अनिश्चितता के दौर में मुझ पर जो भरोसा जताया गया है उसको लेकर मैं सम्मानित महसूस कर रहा हूं।’’
नीति आयोग में आने से पहले वह प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद के सदस्य भी रह चुके हैं। उन्होंने सांख्यिकी आयोग और भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति पर तकनीकी सलाहकार समिति में भी सदस्य के तौर पर काम किया है। नीति आयोग की तरफ से जारी बयान में कहा गया– ‘‘नीति आयोग एक मई, 2022 से सुमन बेरी का उपाध्यक्ष के रूप में स्वागत करता है।
कौन हैं नए उपाध्यक्ष डॉ. सुमन बेरी
डॉ. समुन बेरी एक मशहूर अर्थशास्त्री हैं। वह बेल्जियम में इकोनॉमिक थिंकटैक के गैर आवासीय फेलो के पद पर रहते हुए नीति आयोग के लिए चुने गए हैं। 2001 से 2011 तक वे नेशनल काउंसिल ऑफ अप्लायड इकोनॉमिक रिसर्च के डायरेक्टर जनरल रहे। उन्होंने ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन की है। उन्होंने प्रिंसटन यूनिवर्सिटी से मास्टर डिग्री हासिल की। विश्व बैंक से उन्होंने अपने करियर की शुरुआत की और करीब 28 साल तक इससे जुड़े रहे।
मोदी सरकार ने बनाया है नीति आयोग
2014 में नरेंद्र मोदी ने सत्ता में आने के बाद योजना का काम नाम बदला था। इसे नीति आयोग किया गया था। इसके अध्यक्ष प्रधानमंत्री होते हैं। नीति आयोग के पहले उपाध्यक्ष अरविंद पनगढ़िया बने थे।