ED की सत्येंद्र जैन और संजय राउत पर बड़ी कार्रवाई, करोड़ों की संपत्ति कुर्क की
प्रवर्तन निदेशालय ने बड़ा एक्शन लेते हुए सत्येंद्र जैन के परिवार और संजय राउत की पत्नी की करोड़ों की संपत्ति अटैच की है। दोनों मामले अलग-अलग हैं जिनमें ईडी ने एक्शन लिया है। इनमें से एक मामला शिवसेना नेता संजय राउत की पत्नी से जुड़ा है वहीं दूसरा AAP नेता सत्येंद्र जैन के परिवार से जुड़ा है। पहले मामले में ईडी ने 11 करोड़ की प्रॉपर्टी अटैच की है। इसमें से 9 करोड़ की प्रॉपर्टी प्रवीण राउत की है। वहीं 2 करोड़ की प्रॉपर्टी संजय राउत की पत्नी की है। ईडी ने पत्रा चावल भूमि घोटाला मामले में संजय राउत की करोड़ों की संपत्ति अटैच की है। ईडी ने पीएमएलए जांच में राउत से जुड़े अलीबाग के आठ प्लॉट और मुंबई के फ्लैट कुर्क किए। बताया जा रहा है ये घोटाला 1034 करोड़ रुपये का है। प्रवर्तन निदेशालय की इस कार्रवाई के बाद संजय राउत ने एक ट्वीट किया। उन्होंने ट्विटर पर लिखा, 'असत्यमेव जयते!!' मेहनत की कमाई से खरीदी संपत्ति - राउत शिवसेना नेता संजय राउत ने ईडी की इस कार्रवाई को लेकर कहा कि, प्रॉपर्टी का मतलब क्या होता है? क्या मैं नीरव मोदी हूं, विजय माल्या हूं या फिर अंबानी-अडानी हूं। जिस घर में मैं रहता हूं वो एक छोटा सा घर है। अलीबाग मेरा नेटिव प्लेस है, वहां एक एकड़ भी जमीन नहीं है। जो लिया गया है वो हमारी मेहनत की कमाई से लिया गया है। ये संपत्ति 2009 में ली गई है, लेकिन केंद्रीय जांच एजेंसी को लगता है कि ये मनी लॉन्ड्रिंग है, लेकिन ये राजनीतिक बदले की भावना से हो रहा है। संजय राउत बोले - हम डरने वालो में से नहीं संजय राउत ने आगे बताया कि, मैंने इसे लेकर राज्यसभा अध्यक्ष को पहले ही सूचित किया था कि महाराष्ट्र की सरकार को गिराने के लिए मेरे ऊपर दबाव बनाया जा रहा है। ऐसा ना करने पर केंद्रीय जांच एजेंसी का सामना करने की धमकी दी जा रही है, लेकिन हम डरने वाले नहीं हैं। चाहे हमारी प्रॉपर्टी जब्त करो, चाहे हमें गोली मार दो, चाहे हमें जेल भेज दो... संजय राउत बाला साहब ठाकरे का चेला है, शिवसैनिक है वो लड़ता रहेगा और आपकी पोल खोलता रहेगा। राउत ने कहा कि, दो साल से ये कार्रवाई चल रही है, मैं चुप नहीं बैठा। जिसे नाचना है उसे नाचने दो, आने वाले दिनों में पता चलेगा कि सच क्या है और झूठ क्या है। दूसरा मामला AAP नेता सत्येंद्र जैन के परिवार से जुड़ा है। इसमें 4.81 करोड़ रुपये की संपत्ति अटैच की गई है। यह मामला मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़ा है। बताया गया है कि जैन के परिवार के लोग कुछ ऐसी फर्म से जुड़े थे जो PMLA के तहत जांच के दायरे में हैं।