ज्ञान चंद गुप्ता बोले- कोरोना से निपटने के लिए विधानसभा में स्थापित होगा नियंत्रण कक्ष
चंडीगढ़। कोरोना महामारी के बढ़ते प्रकोप से निपटने के लिए देश का विधायी तंत्र सक्रिय हो गया है। सोमवार को लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला ने देश के सभी विधान मंडलों के पीठासीन अधिकारियों के साथ वर्चुअल बैठक कर स्थिति का जायजा लिया। इस दौरान हरियाणा विधान सभा के अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता ने प्रदेश के एनसीआर और जीटी रोड स्थिति जिलों में कोरोना संक्रमण के बढ़ते आंकड़ों पर चिंता जताई।
गुप्ता ने विधान सभा की ओर से किए जा रहे प्रयासों का ब्योरा भी दिया। उन्होंने बताया विधान सभा सचिवालय जल्द ही नियंत्रण कक्ष स्थापित करेगा। यह कक्ष लोक सभा के माध्यम से सभी राज्यों के साथ समन्वय कर लोगों की सहायता और विकट परिस्थितियों से निपटने में मदद करेगा। इसके साथ ही हरियाणा विधान सभा सचिवालय टीकाकरण, लोगों को जागरूक करने और कोविड प्रोटोकॉल का पालन करवाने के लिए भी सक्रिय भूमिका निभाएगा। इसके लिए अनेक फैसले किए जा चुके हैं।
लोक सभा अध्यक्ष के प्रयास से आयोजित पीठासीन अधिकारियों की वर्चुअल बैठक में ज्ञान चंद गुप्ता ने कहा कि हरियाणा में संक्रमण की रफ्तार बढ़ने के पीछे दो प्रमुख कारक ध्यान में आ रहे हैं। पहला प्रदेश का दिल्ली से सटा होना और दूसरा जीटी रोड। हरियाणा का बड़ा हिस्सा राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में आता है।
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प्रदेश के 22 में से 14 जिले एनसीआर का हिस्सा है। इन जिलों से बड़ी संख्या में लोगों का दिल्ली आना-जाना रहता है। इसके साथ ही उत्तर भारत के राज्य पंजाब, हिमाचल प्रदेश और केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर, लद्दाख और चंडीगढ़ के लोग हरियाणा में स्थित जीटी रोड के माध्यम से दिल्ली आवागमन करते हैं। हरियाणा में इस बार कोविड-19 का सबसे ज्यादा असर एनसीआर और जीटी रोड के साथ लगते जिलों में ही है।
गुप्ता ने कहा कि किसान आंदोलन से जुड़ी गतिविधियों से भी यहां करोना संक्रमण बढ़ने की आंशका है। दूसरे प्रदेशों से किसान एक्टिविस्ट यहां सक्रिय हैं। दिल्ली के आसपास दिए जा धरने हरियाणा के साथ लगते जिलों को प्रभावित कर रहे हैं। ऐसी गतिविधियों में लोगों का जमावड़ा होता है, जिससे संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। उन्होंने कहा किसान भाइयों को बीमारी की गंभीरता को समझते हुए कोरोना से बचने के प्रयास करने चाहिए।