हरियाणा पुलिस ने महज डेढ़ घंटे में किया अपहरण की घटना का पर्दाफाश
चंडीगढ़। हरियाणा पुलिस ने हिसार जिले में मामला दर्ज होने के महज डेढ़ घंटे के भीतर तीन लोगों का अपहरण कर 50 लाख रुपये की फिरौती मांगने वाले आठ आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। साथ ही तीनों अपहृतों को सकुशल बरामद किया है। हरियाणा पुलिस के प्रवक्ता ने आज यहां यह जानकारी देते हुए बताया कि गिरफ्तार आरोपियों की पहचान संदीप, बलजीत, मोहित (हरियाणा निवासी) और उत्तर प्रदेश के लखीमपुर के रहने वाले सोनू, छोटू, संदीप, सोहनलाल और सोनू के रूप में हुई है। यह भी पढ़ें- संयुक्त किसान मोर्चा ने किया मिशन उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड का ऐलान यह भी पढ़ें- हरियाणा के मीडिया कर्मियों को सरकार की बड़ी सौगात घटना का पता तब चला जब अपहृत महेंद्र के एक रिश्तेदार ने थाने अग्रोहा में शिकायत दर्ज कराई कि उसके बहनोई का अपहरण कर लिया गया है और अपहरणकर्ता उसकी सुरक्षित रिहाई के लिए 50 लाख रुपये की फिरौती की मांग कर रहे हैं। पुलिस ने तेजी से कार्रवाई करते हुए विशेष टीमों का गठन किया जिसने सभी तरह से जांच करते हुए महज डेढ़ घंटे में मामले का खुलासा कर आरोपियों को काबू कर लिया। [caption id="attachment_488338" align="aligncenter" width="696"] 2021 की प्रथम तिमाही में हरियाणा पुलिस ने 30 आरोपियों को कोर्ट से दिलवाई कठोर सजा[/caption] प्राथमिक जांच में खुलासा हुआ है कि गिरफ्तार आरोपी बलजीत और सुरेंद्र उर्फ सिंधर कई दिनों से महेंद्र का फिरौती के लिए अपहरण करने की योजना बना रहे थे। उनके अनुसार महेंद्र के भाई मिट्टू और प्रदीप फ्यूचर मेकर कंपनी के सीएमडी राधेश्याम के ड्राइवर थे, इसलिए उनके पास सीएमडी का पैसा हो सकता है। फिर उन्होंने संदीप और मोहित को साजिश में शामिल किया। उन्होंने सबसे पहले महेंद्र को कार दिखाने के बहाने विश्वास में लेकर अपहरण कर लिया और आजाद नगर, हिसार ले आए। योजना के तहत चारों अपहरणकर्ताओं ने महेंद्र के भाई मिट्टू और विनोद को हिसार बुलाया। तीनों को पांच अन्य आरोपियों- सोनू, छोटू संदीप, सोहनलाल और सोनू की हिरासत में आजाद नगर में बने एक पुराने मकान में रखा गया था और कहा गया कि इन्हे भागने न दें। इसके बाद अपहरणकर्ताओं ने 50 लाख रुपये की फिरौती की मांग की थी। आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने कहा कि आरोपी सुरेंद्र उर्फ सिंदर को पकड़ने के लिए पुलिस टीमें भेजी गई हैं।