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हरियाणा पुलिस ने जारी की एडवाइजरी, सेवानिवृत्त सरकारी कर्मी साइबर जालसाजों से रहें सावधान

Written by  Arvind Kumar -- August 05th 2020 04:49 PM
हरियाणा पुलिस ने जारी की एडवाइजरी, सेवानिवृत्त सरकारी कर्मी साइबर जालसाजों से रहें सावधान

हरियाणा पुलिस ने जारी की एडवाइजरी, सेवानिवृत्त सरकारी कर्मी साइबर जालसाजों से रहें सावधान

चंडीगढ़। हरियाणा पुलिस ने नागरिकों विशेषकर हाल ही में सेवानिवृत्त हुए सरकारी कर्मियों को एडवाइजरी जारी करते हुए उन्हें मोबाइल फोन पर आने वाली कॉल से सतर्क रहने और बैंक संबंधित निजी जानकारी किसी अनजान को न बताने का अनुरोध किया है, क्योंकि ऐसा करने से वे सेवानिवृत्ति के बाद मिलने वाले लाभ के बहाने साइबर फ्रॉड का शिकार हो सकते हैं। नागरिकों को साइबर जालसाजों से सतर्क रहने की सलाह देते हुए एडीजीपी लॉ एंड ऑर्डर, हरियाणा, नवदीप सिंह विर्क ने आज यहां बताया कि साइबर अपराध का एक नया चलन सामने आया है, जिसमें ऐसे जालसाज लॉकडाउन प्रतिबंधों का फायदा उठाते हुए सेवानिवृत्त सरकारी अधिकारियों/कर्मचारियों को टारगेट कर रिटायरमेंट के बाद मिलने वाले पेंशनरी लाभ के बहाने उन्हें ठगने का प्रयास कर सकते हैं। ऐसे जालसाजों का मानना है कि रिटायर सरकारी कर्मियों को टेक-सैवी (तकनीकी जानकार) न होने के कारण आसानी से ठगा जा सकता है। Police cautions retired government personnel regarding cyber crime threat उन्होंने कहा कि मौजूदा स्थिति में साइबर अपराध के मामलों में बढ़ौतरी देखी जा रही है। हम लगातार कोशिश कर रहे हैं कि भोले-भाले लोगों को साइबर जालसाजों के जाल में फंसने से बचाया जा सके। साइबर क्राइम पर ब्रेक लगाने के साथ-साथ पुलिस लगातार एडवाइजरी के माध्यम से लोगों को इस दिशा में सतर्क व जागरूक कर रही है। साइबर अपराध के तरीके बारे बताते हुए, एडीजीपी ने कहा कि साइबर जालसाज सबसे पहले सेवानिवृत्त कर्मियों के बारे में कुछ बुनियादी व्यक्तिगत जानकारी जुटाते हैं और फिर सरकारी खजाना विभाग के नाम से अपने टारगेट को फोन करते हैं। इसके बाद, वे फोन पर जन्मतिथि, सेवानिवृत्ति की तिथि और अधिकारी की अंतिम पोस्टिंग आदि का सही उल्लेख कर पीड़ित का विश्वास जीतने की कोशिश करते हैं। विश्वास में लेने के बाद, ऐसे जालसाज पेंशन से संबंधित डेटा अपडेट करने के लिए बैंक खाता नंबर, पासवर्ड और लेन-देन का विवरण जैसी व्यक्तिगत जानकारी प्राप्त करके साइबर ठगी का प्रयास करते हैं। ऐसे साइबर अपराधियों से बेहद सतर्क रहने का सुझाव देते हुए विर्क ने कहा कि सेवानिवृत अधिकारी/कर्मचारी सहित अन्य नागरिक भी अपनी गोपनीय जानकारी जैसे बैंक खाता नंबर, पासवर्ड, ओटीपी और लेनदेन का विवरण किसी भी अनजान व्यक्ति या कॉलर से साझा न करें। यह जानकारी किसी अन्जान को देने से वित्तीय नुकसान हो सकता है। उन्होंने आगे कहा कि यदि फिर भी कोई साइबर ठगी का शिकार बनता है तो अपनी शिकायत नजदीकी पुलिस स्टेशन या www.cybercrime.gov.in पर तुरंत दर्ज करें। Police cautions retired government personnel regarding cyber crime threat

साइबर क्राइम से निपटने की क्षमता होगी तीन गुणा

विर्क ने बताया कि हरियाणा सरकार ने बढ़ते साइबर अपराध की समस्या को गंभीरता से लिया है। प्रदेश में जल्द ही छः और नए साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन आने वाले हैं, जो फरीदाबाद, रोहतक, करनाल, अंबाला, हिसार और रेवाड़ी में स्थापित होंगे। ये पंचकूला और गुरुग्राम में वर्तमान में मौजूद दो साइबर अपराध पुलिस थानों के अतिरिक्त होंगे तथा साइबर अपराध से लड़ने के लिए हरियाणा पुलिस की मौजूदा क्षमता को तीन गुना तक बढ़ा सकेंगें। ---PTC NEWS---

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