प्रधानमंत्री मोदी ने काशी में तमिल संगमम का किया उद्घाटन, पीएम ने बताया राष्ट्रीय एकता का मंच
Kashi Tamil Sangamam: पीएम मोदी ने आज काशी में रिमोट का बटन दबाकर तमिल संगमम (Kashi Tamil Sangamam) का उद्घाटन किया। संगमम के आयोजन से संबंधित एक शॉर्ट फिल्म को भी इस मौके पर दिखाया गया। पीएम मोदी के एंफीथिएटर मैदान में पहुंचते ही वणक्कम-वणक्कम की आवाज जोर से सुनाई देने लगी।
जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमारे देश में संगमों का बड़ा महत्व है। नदियों और धाराओं के संगम से लेकर विचारों और विचारधाराओं, ज्ञान-विज्ञान और समाजों-संस्कृतियों के हर संगम को हमने मनाया है। इसलिए काशी तमिल संगमम (Kashi Tamil Sangamam) अपने आप में विशेष और अद्वितीय है।
पीएम मोदी ने कहा कि हमारे पास दुनिया की सबसे प्राचीन भाषा तमिल है। आज तक ये भाषा उतनी ही लोकप्रिय है। तमिल की विरासत को बचाने की जिम्मेदारी हम 130 करोड़ देशवासियों की ज़िम्मेदारी है। हमें तमिल की इस विरासत को बचाना है और उसे समृद्ध भी करना है।
करीब 30 दिन तक चलने वाले इस काशी तमिल संगमम् में 51 सांसकृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होगा। इसमें तमिलनाडु के तमाम रंग सलीके से दिखाई देंगे। याद रहे कि भारत में लंबे अर्से से उत्तरी भारत और दक्षिणी भारत के कल्चर और साहित्य के नेक्सस के जरिए, नज़दीकी पैदा करने की क़वायद जारी है। 'एक भारत-श्रेष्ठ भारत' के संकल्प के बहाने ही सही, लेकिन इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता कि ये मुफीद समय है उत्तर-दक्षिण समाज को मुक़म्मल तौर पर जोड़ने के लिए, क्योंकि इस समूचे कार्यक्रम की पैरवी और हिमायत देश के प्रधानमंत्री कर रहे हैं।
गौरतलब है कि तमिल कार्तिक महीने का आगाज वैसे तो 17 नवंबर से ही हो चुका है, लेकिन इसका विधिवत् उद्घाटन आज 19 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया। इस कार्यक्रम का नोडल मंत्रालय शिक्षा मंत्रालय है, वहीं आईआईटी चेन्नई और काशी हिन्दु विश्वविद्यालय को भी इस कार्यक्रम के लिए नोडल संस्थान नियुक्त किया गया है।
- PTC NEWS