कुरुक्षेत्र: विदेश गए एक युवक के पार्थिव शरीर को ऑस्ट्रिया से भारत लाने में लगभग 22 लाख रुपए खर्च हो गए। परिजनों के मुताबिक उनके बेटे संटी के पार्थिव शरीर को ऑस्ट्रिया से भारत लाने में भारत सरकार से कोई मदद नहीं मिली, ऑस्ट्रिया में रहने वाले भारतीय लड़कों ने मदद की |
कुरुक्षेत्र के पिहोवा का संटी 8 साल बाद अपने घर आने के लिए काफी उत्सुक था। कभी अपनी भाभी तो कभी अपनी इकलौती भतीजी से उनका पसंदीदा सामान लाने के बार-बार कॉल करके पूछ रहा था। 24 जनवरी को संटी पुर्तगाल से अपने घर लौटने वाला था, और आज सुबह संटी का शव घर पहुंचा जहां उसका विधिवत अंतिम संस्कार किया गया। टाली फार्म के रहने वाले संटी की मौत से उसका पूरा परिवार काफी दुखी है। एक महीने से संटी के परिवार का रो-रोकर कर बुरा हाल है।
भाई से बात करते-करते गई जान
संटी के भाई बंटी के मुताबिक, उसका छोटा भाई उनके पसंदीदा सामान की शॉपिंग करने के लिए पुर्तगाल से ऑस्ट्रिया गया था, क्योंकि 24 जनवरी को उसे वापस अपने घर आना था। 21-22 जनवरी की रात को संटी उससे फोन पर बात कर रहा था। कुछ देर बात करने के बाद अचानक संटी के हाथ-पैर सुन्न होने लगे और एक चीख के बाद उसकी आवाज बंद हो गई। तब उसने कॉल काटकर 23 बार अपने भाई को कॉल और कई मैसेज किए, मगर उसकी ओर से कोई रिप्लाई नहीं आया। भाई ने तुरंत संटी के दोस्तों को उसे देखने के लिए भेजा। 4-5 घंटे के बाद उसके दोस्त संटी के कमरे में पहुंचे तो संटी की मौत हो चुकी थी और मोबाइल उसके हाथ में पड़ा था। उसके दोस्तों ने पुलिस को बुलाकर शव का पोस्टमॉर्टम कराया। रिपोर्ट के मुताबिक संटी की मौत हार्ट अटैक से हुई।
8 साल पहले गया था पुर्तगाल

साल 2016 में उसका भाई संटी पुर्तगाल गया था। कुछ समय उसे रेड पासपोर्ट मिलने वाला था, क्योंकि उसे पुर्तगाल की नागरिकता मिल चुकी थी। इसलिए करीब 8 साल बाद संटी घर आने वाला था। इसलिए संटी कभी अपनी भाभी हर्षदीप कौर, भतीजी रहमतप्रीत तो कभी अपनीं मां सोमा देवी से बातचीत कर रहा था ताकि वह अपने साथ उनका पसंदीदा सामान लेकर आ सके।
कर्ज लेकर भेजा, कर्ज लेकर मंगवाया शव
बंटी ने बताया कि उन्होंने कर्ज लेकर अपने भाई संटी को पुर्तगाल भेजा था। अब कर्ज लेकर ही उसकी बॉडी को भारत मंगवाया है। वह कई बार अपने भाई के शव को भारत लाने के लिए डीसी ऑफिस और BJP नेताओं के पास गया, मगर किसी ने उसकी सहायता नहीं की। उसने अपने रिश्तेदारों से कर्ज लेकर और लोगों की मदद से संटी की बॉडी को मंगवाया।
शादी के लिए देखने जाना था लड़की
घरवाले संटी की शादी करना चाहते थे। उन्होंने यहां उसके लिए लड़की देखी हुई थी। 21 फरवरी को उनको संटी के साथ लड़की को देखने जाना था, मगर उससे पहले ही हार्ट अटैक से बेटे की जान चली गई। ऑस्ट्रिया के वियाना में रह रहे संटी की कमाई से परिवार का पालन-पोषण हो रहा था। वहां पर संटी न्यूज़ पेपर वेंडर का किया करता था, साथ ही होटल में वेटरिंग का भी काम करता था |
- With inputs from our correspondent