हरियाणा विधानसभा सत्र के आखिरी दिन जोरदार हंगामा, कादियान ने सदन को कहा बूचड़खाना
हरियाणा विधानसभा बजट सत्र की कार्यवाही के अंतिम दिन सदन में विधानसभा स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता ने हरियाणा विनयोग विधेयक संख्या दो प्रस्तुत किया। इस पर बेरी के कांग्रेसी विधायक रघुबीर कादियान ने अपनी टिप्पणी करनी चाही, लेकिन डिप्टी सीएम ने उन्हें टोकते हुए कहा कि अभी बिल इंट्रोड्यूस किया है इस पर चर्चा नहीं होगी। इस पर कादियान ने खड़े होकर कहा कि आपका तब जन्म भी नहीं हुआ था, जब मैं यहां बैठता था। बिल इंट्रोड्यूस हुआ है, इस पर मेरा बोलने का राइट है। डिप्टी सीएम ने इसके जवाब में खड़े होकर कहा कि माननीय सदस्य मैंने ये कहा कि अभी प्रस्ताव को सदन में रखा गया है। डिसक्शन नहीं हुआ। [caption id="attachment_560336" align="alignnone" width="578"] फाइल फोटो[/caption] डिप्टी सीएम ने कहा कि वैसे ईश्वर सिंह आपसे भी पहले सदन में थे। वो 1977 में जीत कर आए थे। आप अपने फैक्ट चेक कीजिए। आप आठ बार जीतकर आ गए तो ज्ञानी बन गए। आपने उस दिन इसी सदन में माफी मांगी थी कि आपने गलत किया। कादियान साहिब यह आपका सौभाग्य है कि 33 साल का छोरा आपको सिखा रहा है। जो आप 78 साल में नहीं सीख पाए। [caption id="attachment_559347" align="alignnone" width="700"] फाइल फोटो[/caption] कादियान ने सदन को बूचड़खाना कहा कादियान ने कहा कि स्पीकर साहब आप सदन के गार्जियन हो। इसका मतलब है कि कोई मैंबर अपने हलके की बात कहें उसे बजट में शामिल करें। वो मांग आप पूरा नहीं कर रहे और ऑन रिकार्ड बात कहता हूं। दस सेशन डिमांड दी है। कोई डिमांड नहीं मानी। फिर हाउस का मतलब क्या है। ये लोकतंत्र के मंदिर नहीं है तो ये फिर बूचड़खाना है। [caption id="attachment_609548" align="alignnone" width="700"] फाइल फोटो[/caption] इस पर स्पीकर ने ऐतराज जताया और शब्द वापस लेने के लिए कहा। इस पर कादियान ने कहा कि शब्द आप निकाल दो। इस पर सदन में बहस हो गई। स्पीकर ने कहा कि आप गलत बोलते जा रहे हैं। बूचड़ खाना शब्द वापस लेना चाहिए। सीएम ने कादियान को जवाब देते हुए कहा कि बजट में सुझाव मांगे जाते हैं। हर मांग को शामिल नहीं किया जाता है। दवाब बनाकर किसी मांग को नहीं मनवाया जा सकता। डीएफओ जितेंद्र अहलावत के खिलाफ कारवाई न होने पर सदन में हंगामा रोहतक विधायक भारत भूषण बत्तरा और वरूण चौधरी ने वन विकास अनुसंधान मंडल के सरकारी धन के दुरुपयोग का ध्यानार्कषण मामला उठाया। इस पर कृषि मंत्री जेपी दलाल ने कहा कि पर्याप्त मात्रा में पॉलिथीन न मिलना अनियमित्ता है। अधिक पौधे दिखाए गए है। इसकी जांच के लिए कमेटी बनाई। जिसमें डीएफओ जितेंद्र अहलावात को दोषी साबित किया गया। सरकार इसकी जांच करवाएगी कि इसके अलावा कौन कौन शामिल है। ये मनोहर लाल की सरकार है। किसी को बख्शा नहीं जाएगा।