देश के खजाने पर गरीब का सबसे पहला अधिकार है: केंद्रीय गृह मंत्री
नई दिल्ली। सरकार दीनदयाल उपाध्याय के अन्त्योदय पर काम कर रही है और उसका मानना है कि देश के खजाने पर गरीब का सबसे पहला अधिकार है। नरेंद्र मोदी सरकार आदिवासियों के कल्याण के लिए संकल्परत है। यह बात केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राष्ट्रीय जनजातीय उत्सव ‘आदि महोत्सव 2019’ के शुभारंभ अवसर पर कही। अमित शाह ने कहा कि आदिवासी क्षेत्र देश का फेफड़ा है और देश को ऑक्सीजन सप्लाई करने का काम करता है। [caption id="attachment_360700" align="aligncenter" width="700"] देश के खजाने पर गरीब का सबसे पहला अधिकार है: केंद्रीय गृह मंत्री[/caption] उनका कहना था कि आज शुभारंभ किए जा रहे इस मेले का टर्नओवर कम हो सकता है किंतु प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने आदिवासी समाज को प्राथमिकता के साथ मंच प्रदान करने का काम किया है जो उनकी जीवन शैली, उनकी संस्कृति के प्रचार-प्रसार में महत्वपूर्ण कदम होगा। [caption id="attachment_360699" align="aligncenter" width="700"] देश के खजाने पर गरीब का सबसे पहला अधिकार है: केंद्रीय गृह मंत्री[/caption] शाह ने कहा कि हो सकता है कि आदिवासी समाज के पास संसाधन कम हों, उसके पास रहने की सुविधा न हो किंतु उसके आनंद में कमी नहीं होती इसका प्रमुख कारण यह है कि वह प्रकृति के सहारे जीने में विश्वास रखता है। उनका कहना था कि आज प्रकृति के शोषण का परिणाम है कि जलवायु परिवर्तन और ग्लोबल वार्मिंग के कारण प्रदूषण बढता जा रहा है लेकिन आदिवासी समाज के कारण देश का इतना बड़ा वन क्षेत्र संरक्षित है, संवर्धित है। यह भी पढ़ें : पात्रा से ‘एक ट्रिलियन में कितने शून्य’ होते हैं, पूछने वाले कांग्रेस नेता लड़ेंगे चुनाव