ग्राम सचिव ने फर्जी हस्ताक्षर कर डकार ली करोड़ों की राशि, ऐसे दिया इतने बड़े घोटाले को अंजाम
चरखी दादरी/प्रदीप साहु: ग्राम पंचायतों के फंड में करीब दो करोड़ 45 लाख रुपए का गबन करने का मामला सामने आया है। बाढ़ड़ा के पूर्व सचिव ने फर्जी हस्ताक्षर करके पंचायतों के खातों से ये राशि निकलवाई थी। पुलिस ने इस बारे में ग्राम सचिव के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।प्राथमिक जांच में आरोपित ग्राम सचिव ने 37 चेक पर बीडीपीओ के फर्जी हस्ताक्षर करके पंचायत के खातों से राशि निकाली है। वहीं, दूसरी ओर डीसी प्रदीप गोदारा ने ग्राम सचिव को निलंबित कर दिया है।
बता दें कि बाढड़ा क्षेत्र में पंचायत विभाग में ग्राम सचिव की ओर से बैंक कर्मचारियों और विभिन्न फर्मों की मिलीभगत से किए गए गबन करने की जानकारी डीसी प्रदीप गोदारा को मिली। जिसके बाद उन्होंने संबंधित विभाग के अधिकारियों को पुलिस में केस दर्ज करवाने के निर्देश दिए। जिस आधार पर तत्कालीन ग्राम सचिव युद्धवीर सिंह द्वारा बाढड़ा पुलिस थाना में फर्जी हस्ताक्षर कर ग्राम पंचायतों के खातों से करीब एक करोड़ 65 लाख की राशि निकलवाने की शिकायत दर्ज करवाई।
अगले दिन बीडीपीओ रोशन लाल ने 80 लाख रुपए की धोखाधड़ी करने की शिकायत पुलिस में दी। दोनों शिकायतों के अनुसार ग्राम सचिव मुकेश द्वारा फर्जी तरीके से 2 करोड़ 45 लाख रुपये का गबन करने का मामला सामने आया है।
यह भी गौर है कि बाढड़ा से डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला की माता नैना चौटाला जजपा की विधायक हैं। शिकायत में बीडीपीओ ने बताया कि गत 17 सितंबर से 26 अक्तूबर तक चैक पर उनके फर्जी हस्ताक्षर कर ग्राम सचिव मुकेश ने विभिन्न फर्मों के खातों में पंचायत फंड से भुगतान किया है।
दो एफआईआर दर्ज, पुलिस ने जांच शुरू की
बाढड़ा थाना पुलिस प्रभारी राम अवतार ने बताया कि शिकायत के आधार पर ग्राम सचिव के खिलाफ दो एफआईआर दर्ज की गई हैं। मामले की जांच शुरू करते हुए पुलिस टीम ने पीएनबी बैंक अधिकारी और कर्मचारियों से पूछताछ की है। मामले में पूरी जांच के बाद दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।