अच्छी वक्ता होने के साथ-साथ कुशल राजनेता भी थीं सुषमा
नई दिल्ली। सुषमा स्वराज के निधन के बाद अब उनकी यादें ही हमारे बीच हैं। अच्छी वक्ता होने के साथ-साथ वो कुशल राजनेता भी रहीं। सिसायत में उनका कोई सानी नहीं रहा। अपने सहज स्वभाव से विरोधियों को निरुतर कर देने की उनकी क्षमता के कारण विपक्षी दलों में भी उनके दोस्तों की कमी नहीं रही। [caption id="attachment_326556" align="aligncenter" width="700"] अच्छी वक्ता होने के साथ-साथ कुशल राजनेता भी थीं सुषमाSushma Swaraj was Gifted orator and extraordinary leader[/caption] यह भी पढ़ें : सुषमा स्वराज के निधन पर हरियाणा में दो दिन का राजकीय शोक भाषण देने में तो सुषमा इनती निपुण थी कि कोई दूर-दूर तक उनके आगे नहीं टिक पाता था। सुषमा को भारतीय संसद से लेकर संयुक्त राष्ट्र महासभा तक हिंदी में जोरदार भाषण देने के लिए सराहा जाता है। उन्होंने हरियाणा के भाषा विभाग की तरफ से आयोजित हिंदी वक्ता प्रतियोगिता में लगातार तीन साल तक श्रेष्ठ वक्ता का खिताब जीता था। उन्हें हरियाणा राज्य विधानसभा की तरफ से भी श्रेष्ठ हिंदी वक्ता के तौर पर सम्मानित किया गया था। यह भी पढ़ें : सुषमा स्वराज को अंतिम विदाई देने पहुंचे पीएम मोदी परिवार से मिलकर हुए भावुक (VIDEO)