250 एकड़ फसल बरसात के चलते हुई जलमग्न, ग्रामीणों ने उपायुक्त से लगाई फरियाद
भिवानी। (किशन सिंह) भिवानी जिला के निंगाना फीडर के तहत आने वाले लगभग आधा दर्जन गांव बरसात के हर मौसम में अपने खेतों में पानी भरने के चलते फसलों की बर्बादी को झेलते हैं। इस क्षेत्र में जल स्तर ऊपर होने के कारण सेम की समस्या भी वर्ष भर बनी रहती है। यदि प्रशासन बरसात में यहां के खेतों से पानी की निकासी का प्रबंध कर दे तो किसानों की फसल बर्बाद होने से बच सकती है। इसी मुद्दे को लेकर जिला के गांव तालु के ग्रामीण जिला उपायुक्त के सामने जल निकासी की फरियाद लेकर पहुंचे। ग्रामीण जयभगवान व शमशेर ने बताया कि गांव के 200 से 250 एकड़ में पिछले चार दिनों में हो रही बरसात के चलते जलभराव हो गया है, इससे उनकी कपास व ज्वार की फसल बर्बाद हो रही है। निंगाना ड्रेन के क्षेत्र में पड़ने वाले इन खेतों से पंप मोटर के माध्यम से पानी का उठान कर ड्रेन में डाल जाए तो उनकी समस्या हल हो सकती हैं। उन्होंने कहा कि प्रशासन जल्द से जल्द मोटर का प्रबंध कर जलभराव वाले खेतों से पानी का उठान कर ड्रेन में डाले, ताकि उनकी फसल बर्बाद होने से बच सकें। ग्रामीणों ने बताया कि जलभराव की यह समस्या हर बरसात के समय में 15 से 20 सालों से उनके खेतों में हो रही है, परन्तु प्रशासन ने कोई स्थायी समाधान नहीं किया। जबकि इस क्षेत्र से होकर गुजरने वाली निंगाना फीडर में बरसात का अतिरिक्त पानी लिफ्ट करके मोटर पंप के माध्यम से डाला जा सकता है तथा किसानों की जलभराव की समस्या से छुटकारा मिल सकता है। ---PTC NEWS---