विवादित फिल्म पानीपत का हरियाणा में भी विरोध शुरू
रोहतक। (अंकुर सैनी) राजस्थान के बाद अब विवादित फिल्म पानीपत का हरियाणा में भी विरोध शुरू हो गया है। अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति ने प्रदेश कार्यकारिणी की मीटिंग बुलाकर हर जिले में इसके विरोध का निर्णय लिया है। समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष यशपाल मलिक ने सीएम से मांग की कि इस फिल्म को तुरंत प्रदेश में बैन किया जाए और निर्देशक के खिलाफ केस दर्ज कराया जाए। यशपाल मलिक के मुताबिक फिल्म में महाराजा सूरजमल के चरित्र को एक मतलबपरस्त और लालची दिखाया गया है, जबकि असल में वे एक महान व्यक्तित्व थे। इसको लेकर समिति सभी जिलों में एसपी और डीसी को ज्ञापन के माध्यम से सरकार को चेताने का काम करेगी। समिति ने चेतावनी दी है कि अगर इसके बाद भी फिल्म पर रोक नहीं लगाई गई तो कोई बड़ा कदम उठाया जा सकता है। [caption id="attachment_368009" align="aligncenter" width="700"] विवादित फिल्म पानीपत का हरियाणा में भी विरोध शुरू[/caption] समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष यशपाल मलिक ने कहा कि महाराजा सूरजमल ने तो मराठों की विधवाओं और घायल सैनिकों तक अन्न और धन देकर वापस भिजवाया था। वे हमेशा मुगलों के खिलाफ लड़ते रहे। जिन मुद्दों को लेकर मराठा सेनापति सदाशिव राव भाऊ और महाराजा सूरजमल के बीच बात नहीं बन पाई थी, उनको गलत ढंग से दिखाया गया है। असल में महाराजा सूरजमल महिलाओं को रणक्षेत्र में नहीं ले जाने के पक्षधर थे, साथ ही वे छापामार युद्ध के हिमायती थे और धार्मिक स्थलों को न तोड़ने की भी महाराजा सूरजमल की शर्तें थी। इन शर्तों को भाऊ ने नहीं माना तो महाराजा सूरजमल ने खुद को इस लड़ाई से अलग कर लिया था। अब जिस ढंग से उनके चरित्र को फिल्म में दिखाया गया, वह बर्दास्त के काबिल नहीं है। सरकार इस पर तुरंत रोक लगाए, अन्यथा कोई कठोर कदम उठाया जा सकता है। यह भी पढ़ें: राम रहीम को सीबीआई कोर्ट से बड़ा झटका ---PTC NEWS---