हिमाचल में जल्द लागू होगी पहली बागवानी पॉलिसी, अगले महीने के अंत तक तैयार होगा मसौदा
पहाड़ी राज्य हिमाचल को अपनी पहली बागवानी नीति के लिए पूरी तरह तैयार है, इसका मसौदा अगले महीने के अंत तक तैयार हो जाएगा। सूत्रों का कहना है कि यह नीति उत्पादकों को बड़े पैमाने पर सुविधा प्रदान करेगी और राज्य को "देश का फल का कटोरा" बनाने के रास्ते में आने वाली बाधाओं को दूर करेगी।
बागवानी सचिव, अमिताभ अवस्थी ने कहा, एक बार नीति तैयार होने के बाद, सुझाव/ आपत्ति प्राप्त करने के लिए मसौदा सार्वजनिक स्तर पर रखा जाएगा। बागवानी को तकनीक उन्मुख बनाने पर जोर दिया जाएगा। पूरे सिस्टम को बागवानों के लिए पारदर्शी और सुलभ बनाने का लक्ष्य है। बागवानी से संबंधित जानकारियों को विभाग की वेबसाइट पर डाल दिया जाएगा।
इस बीच, बागवानी गणना पर भी काम चल रहा है। गणना के परिणाम मोटे तौर पर बागवानी नीति को अंतिम रूप देने में मददगार होंगे। बागवानी सचिव अमिताभ अवस्थी ने उम्मीद जल्द ही इस गणना को पूरा कर लिया जाएगा।
वहीं, फल उत्पादकों का कहना है कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि राज्य की अर्थव्यवस्था में बागवानी क्षेत्र का बड़ा योगदान है। इसके बावजूद इसके विकास के लिए कोई नीति नहीं है।
बागवानों का मानना है कि बागवानी विकास बोर्ड की स्थापना करना बेहतर विकल्प है। इसमे बागवानी विशेषज्ञो, सरकार, वैज्ञानिक और बागवानों को शामिल किया जाना चाहिए।