बहादुरगढ़ में 8 साल के मासूम बच्चे को कुत्ते ने बेरहमी से नोचा, पीजीआई रोहतक किया गया रेफर

By  Vinod Kumar May 29th 2022 02:30 PM -- Updated: May 29th 2022 02:31 PM

बहादुरगढ़/प्रदीप धनखड़: जिला बहादुरगढ़में आवारा और पालतू कुत्तों का आतंक बढ़ता ही जा रहा है। शहर और आसपास के क्षेत्र में डॉग बाइट के रोजाना करीब 50 मामले सामने आ रहे हैं। आज भी एक 8 साल के बच्चे को कुत्ते ने बेरहमी से नोच डाला।

कुत्ते द्वारा किए गए हमले में बच्चे के चेहरे, सिर, हाथ, छाती और पीठ पर गहरी चोटें आई हैं। मामला बहादुरगढ़ के बुपनिया गांव का है। यहां मोहिदुल्ल नाम का 8 साल का मासूम बच्चा अपने भाई के साथ पास की दुकान पर ही सामान लेने के लिए जा रहा था। उसी दौरान एक पालतू कुत्ते ने उस पर हमला बोल दिया।

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आसपास के लोगों ने भी उसे छुड़ाने की काफी मशक्कत की। बाद में एक मोटरसाइकिल चालक द्वारा कुत्ते को टक्कर मारी गई। तब जाकर कुत्ते ने बच्चे को छोड़ा। आनन-फानन में बच्चे को बहादुरगढ़ के नागरिक अस्पताल लाया गया। जहां प्राथमिक उपचार के बाद उसकी गंभीर हालत को देखते हुए उसे पीजीआई रोहतक रेफर कर दिया गया।

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इस संबंध में जब डॉक्टर से बात की गई तो पता चला कि अस्पताल में एंटी रेबीज इंजेक्शन भी खत्म हो चुके हैं। डॉ उरेन्द्र का कहना है कि रोजाना कुत्तों द्वारा गंभीर रूप से काटे जाने पर इमरजेंसी में 10 से 12 लोग आते हैं। वहीं अगर ओपीडी की बात की जाए तो 30 से 50 लोग कुत्ते द्वारा काटे जाने पर इलाज के लिए सामान्य अस्पताल पहुंचते हैं।

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यह आंकड़ा चौंकाने वाला है, लेकिन इससे भी गंभीर समस्या यह है कि इलाज के लिए आने वाले लोगों को अस्पताल में एंटी रेबीज इंजेक्शन नहीं मिल पा रहे। जिसकी वजह से उन्हें काफी समस्या का सामना करना पड़ता है। इतना ही नहीं महंगे दामों पर लोग बाहर से यह इंजेक्शन खरीदने को भी मजबूर हैं। प्रशासनिक अधिकारियों को इस समस्या की तरफ ध्यान देने की आवश्यकता है। गली मोहल्लों में बढ़ रही आवारा कुत्तों की तादाद भी चिंता का विषय है।

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