नई दिल्ली: 29 नवंबर से संसद का शीतकालीन सत्र (monsoon session) शुरू हो रहा है। संसद से शीतकालीन सत्र सही ढंग से चले इससे पहले 28 नवंबर को सर्वदलीय बैठक (All party meeting) हो सकती है। इस बैठक में पीएम मोदी के भी शामिल होने की संभावना है।
29 नवंबर से शुरू हो रहे शीतकालीन सत्र में करीब 20 बैठकें होंगी। कोविड-19 महामारी के चलते पिछले साल संसद का शीतकालीन सत्र नहीं हुआ था। इकसके अलावा बजट सत्र और मॉनसून सत्र को भी छोटा कर दिया गया था। इस बार कोविड प्रोटोकॉल को ध्यान में रखते हुए संसद का शीतकालीन सत्र बुलाया जाएगा।
संसद के दोनों सदनों- राज्यसभा और लोकसभा की कार्यवाही साथ-साथ चलेगी और सांसदों को सामाजिक दूरी के नियमों का पालन करना होगा। यह सत्र इसलिए भी मायने रखता है कि इसका आयोजन राजनीतिक रूप से काफी महत्वपूर्ण माने जाने वाले उत्तर प्रदेश सहित पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले हो रहा है। इसके साथ ही पीएम ने हाल ही में तीनों कृषि कानूनों को इसी संसद सत्र में वापस लेने का ऐलान किया है। ऐसे में सभी किसान संगठनों और आंदोलन पर डटे किसानों की नजर इसी शीतकालीन सत्र पर होगी।
लोकसभा सचिवालय ने हाल ही में एक बयान में कहा था कि 17वीं लोकसभा का सातवां सत्र 29 नवंबर 2021 से शुरू होगा। सरकारी कामकाज की अत्यावश्यकताओं के अधीन, सत्र के 23 दिसंबर, 2021 को समाप्त होने की संभावना है। वहीं राज्यसभा ने भी ऐसा ही आदेश जारी किया था।
महंगाई, पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी, खाद्य तेल की कीमतों में वृद्धि, कश्मीर में आम लोगों पर आतंकवादियों के हमले, किसानों की जान लेने वाली लखीमपुर खीरी हिंसा के मुद्दों पर विपक्ष हंगामा कर सकता है।